ज्यामिति के प्रमुख प्रमेय

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>Hellllllllllhklp द्वारा परिवर्तित ०९:४५, १ मई २०१९ का अवतरण (ज्यामिति#प्रमेय को अनुप्रेषित)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)

पुनर्निर्देश पृष्ठ
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

को अनुप्रेषित:

  • जब दो सरल रेखायें एक दूसरे को काटतीं हैं तो इस प्रकार बने शीर्षाभिमुख कोण (opposite angles) बराबर होते हैं।
  • जब दो समान्तर रेखाओं को एक तिर्यक रेखा काटती है, तो:
    • संगत कोण (corresponding angles) बराबर होते हैं;
    • एकान्तर कोण बराबर होते हैं।
  • किसी त्रिभुज के तीनों कोणों का योग १८० अंश होता है।
  • किसी n भुजाओं वाले बहुभुज के सभी अन्तः कोणों का योग (2n-4) समकोण होता है।
  • किसी त्रिभुज में बड़ी भुजा के सामने का कोण बड़ा होता है।
AB + BC > AC
या, AC - AB < BC
  • किसी समकोण त्रिभुज में विकर्ण (Hypotenuse) का वर्ग शेष दो भुजाओं के वर्गों के योग के बराबर होता है। (बौद्धायन प्रमेय / पाइथागोरस प्रमेय)
  • किसी वृत्त में किसी जीवा द्वारा केन्द्र पर बना कोण, शेष परिधि पर बने कोण के दोगुना होता है।