प्रेतराज

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प्रेतराज मेहंदीपुर मंदिर में बालाजी महाराज के सहायक हैं। इनके अतिरिक्त भैरव जी महाराज बालाजी महाराज के साथ विराजमान हैं। इन्हें पके हुए चावल तथा खीर का भोग लगाया जाता है।

जीवनकाल

ऐसी मान्यता है कि प्रेतराज अपने जीवनकाल में राजस्थान के जयपुर शहर के राजा हुआ करते थे जो भूत प्रेत आदि बुरी शक्तियों को वश में करके अपना गुलाम बनाने की कला जानते थे इसलिए उन्होंने प्रेतों का राजा श्री प्रेतराज सरकार कहा गया है। मेहंदीपुर में प्रकट होने से पूर्व बालाजी महाराज को एक सहायक की आवश्यकता महसूस हुई। उन्होंने प्रेतराज से अपना सहायक बनने का आदेश दिया किन्तु प्रेतराज सरकार उस समय क्रोध में थे। इसलिए उन्होंने बालाजी महाराज का सहायक बनने से इनकार कर दिया। दूसरी बार बालाजी महाराज ने प्रेतराज सरकार से अनुरोध किया इस पर प्रेतराज सरकार ने कहा कि ''चूंकि मैं एक राजा हूं इसलिए मेरी पूजा आपसे पहले होनी चाहिए ''। बालाजी महाराज ने उनकी बात मान ली और उन्हें अपना सहायक बना लिया। प्रेतराज सरकार का मन्दिर बालाजी महाराज के मंदिर के ठीक ऊपर बना है। वहां जाकर भक्त उनकी चालीसा का पाठ करतें हैं और तत्पश्चात् बालाजी महाराज के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है।