तोमिये ओहारा
तोमिये ओहारा | |
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大原 富枝 | |
Born | 28 September 1912 |
Died | 27 January 2000 |
Occupation | Novelist |
Employer | साँचा:main other |
Organization | साँचा:main other |
Agent | साँचा:main other |
Notable work | साँचा:main other |
Opponent(s) | साँचा:main other |
Criminal charge(s) | साँचा:main other |
Spouse(s) | साँचा:main other |
Partner(s) | साँचा:main other |
Parent(s) | स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।साँचा:main other |
साँचा:template otherसाँचा:main otherतोमिये ओहारा (大原 富枝, 28 सितंबर, 1912 - 27 जनवरी, 2000) एक जापानी उपन्यासकार थीं। वे अपने उपन्यास "ए वुमन कॉल्ड एन" के लिए जानी जाती है ।
प्रारम्भिक जीवन एवं शिक्षा
ओहारा का जन्म 28 सितंबर, 1912 को जापान के कोच्चि में हुआ था। उसके पिता एक प्राथमिक स्कूल के प्रिंसिपल थे और उनके पास एक व्यापक पुस्तकालय था, जिसमे ओहारा कभी भी पढ़ सकती थी। जब वे 10 साल की थी तब उनकी मां की मौत हो गई थी । उन्होंने 1927 से तक कोच्चि जोशी शिहान गाको में पढ़ाई की, लेकिन क्षयरोग (टीबी) से ग्रस्त होने के बाद उन्हें वह छोड़ना पड़ा। वे 1938 तक स्वास्थ्यालय में ही रहीं।[१]
साहित्यिक जीवन
उपन्यासकार के रूप में ओहारा का जीवन तब शुरू तब शुरू हुआ जब वे स्वास्थ्यालय में टीबी से उबर रही थीं । उन्होनें 1935 में अपनी पहली कहानी लिखी। हालांकि, उन्हें केवल अपनी 1938 की कहानी शुकू शुसेई (祝出征) के बाद ही एक लेखक के रूप में ख्याति मिली, जिसे अकुतागावा पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था।[१] इसके बाद वह टोक्यो जाने के बाद 1941 में बंजी शुतो मैगजीन की सदस्य बनीं।[२]
उनका क्षयरोग 1955 में फिर उभरा और तक चला। उन्होंने 1957 में सुतोमई त्सुनबो (ストマイつんぼ) शीर्षक से एक लघु कहानी संग्रह प्रकाशित किया, जिसने महिला साहित्य पुरस्कार जीता । संग्रह में कहानियां एक स्वास्थ्यालय में रहने वाले रोगियों के बारे में हैं।[१]
इसके बाद उन्होंने १९६० में "ए वुमन कॉल्ड एन" (婉という女, एन तो ईयू ओन्ना) लिखी। इसने मैनीची पब्लिशिंग कल्चर अवॉर्ड और नोमा लिटरेरी प्राइज जीता ।[२] 1970 में प्रकाशित उनके उपन्यास ओयुकी: तोसा इचिजो-के नो होकाई (於雪-土佐一條家の崩壊) ने भी महिला साहित्य पुरस्कार जीता।[३]
1976 में ओहारा कैथोलिक धर्म में परिवर्तित हो गईं।[१] उसके बाद की कुछ किताबों पर उनके नए धर्म का स्पष्ट प्रभाव पड़ा।[१]
1990 में उन्हें ऑर्डर ऑफ थे सेक्रेड ट्रेजर, तीसरे वर्ग से सम्मानित किया गया।[२] साहित्य का ओहारा तोमी संग्रहालय 1991 में खोला गया।[२] उन्हें 1998 में जापान आर्ट अकादमी का सदस्य नामित किया गया था । 27 जनवरी, 2000 को ओहारा का निधन हो गया।[४]