समजातता

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समजातता का सिद्धान्त : कशेरुकों के अग्रपादों की अस्थियों में सम्बन्ध (समानता) को रंगों के माध्यम से दर्शाया गया है। इसी तथ्य को चार्ल्स डार्विन ने क्रम-विकास के सिद्धान्त के पक्ष में प्रमाण के रूप में प्रस्तुत किया था।

जीवविज्ञान में दो या अधिक वर्गकों (taxa) में संरचनात्मक समानता या जीन की समानता यह दर्शाती है कि उन प्राणियों के वंशज समान थे। इसी गुण को समजातता (homology) कहते हैं। उदाहरण के लिए, कशेरुकों के अग्रपादों ( forelimbs) में बहुत समानता दिखती है। चमगादड़ों और चिड़ियों के पंख, प्राइमेटों की भुजाएँ, ह्वेलों के आगे वाले फ्लिपर तथा चार पैर वाले कशेरुकियों अगले पैर की संरचना बहुत कुछ मिलती-जुलती है और दर्शाती है कि उन सभी के पूर्वज कभी चतुष्पाद संरचना वाले थे।

विकासात्मक जीवविज्ञान इस बात की व्याख्या करता है कि किस प्रकार पूर्वजों से प्राप्त समान संरचनाएँ आगे चलकर भिन्न-भिन्न प्राणियों में आवश्यकतानुसार बदलतीं गयीं।