साँचा:भविष्य पुराण
2401:4900:5197:72f4:1:0:d0dd:8efc (चर्चा) द्वारा परिवर्तित १३:१३, २६ मई २०२१ का अवतरण (तथ्यों पर आधारित है।)
भविष्य पुराण: भविष्य पुराण 18 प्राचीन पुराणों में से एक है। इसमें कई महान व्यक्तियों के संवाद एवं भविष्य के ज्ञान की दूर दृष्टि का परिचय देता है। इसके वक्ता और श्रोता हैं महार्षि वेदव्यासजी,सूत महामुनि, महाराज जनमेजय के पुत्र महाराज शताधिक,कलि, और शौणकादि ॢॢॢॢऋषि हैं।