सीकरी

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इसवीसन 606 में मौखरी साम्राज्य का अंत हुआ और उसके आखिरी शासक गृहवर्मन के वंशज ने कुंतलपूर में एक छोटे राज्य की स्थापना की, जिसमें पृथुमाला, अमरसेन जैसे बहादुर शासक हुए, अमरसेनजी के बाद उनके पुत्र मालनदेवजी ने पूर्व में सीकरी के पठान सरदार को हराकर सीकरी के शासक बन गए, सिंध के नगरपारकर के पास कीर्तिगढ़ मैं मकवाना साम्राज्य की स्थापना करने से पहले कृपालदेवजी सिकरी के शासक बने जो कि मालनदेवजी के बड़े पुत्र थे, जब कृपालदेवजी तीर्थयात्रा पर गए थे तब उनके छोटे भाई देवराजजी ने खुद को सिकरी का शासक घोषित कर दिया और सीकरी के राजा बन गए.