राजनीतिक ऑनलाइन विपणन

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ऑनलाइन टारगेट मार्केटिंग ऑनलाइन टारगेट मार्केटिंग में एक विज्ञापन विशिष्ट समुह के दर्शकों को दिखाया जाता है। वे विशिष्ट समुह के लक्षण या तो जनसांख्यिकीय हो सकते हैं जो नस्ल, आर्थिक स्थिति, लिंग, आयु, पीढ़ी, शिक्षा के स्तर, आय स्तर और रोज़गार पर केंद्रित हैं या वे मनोवैज्ञानिक मनोवैज्ञानिक[ हो सकते हैं जो कि पर आधारित हैं उपभोक्ता के मूल्य, व्यक्तित्व, दृष्टिकोण, राय, जीवन शैली और रुचियाँ। जैसे उदहारण के लिए विज्ञापन को वेबसाइट की सामग्री कि प्रासंगिकता को ध्यान मे चुना जाता है, इस धारणा से विज्ञापन साइट के दर्शकों के लिए भी प्रासंगिक होंगी।

ऑन-लाइन विज्ञापन प्रणाली में लक्ष्यीकरण का उदाहरण

ऑनलाइन राजनीतिक माइक्रोट्रैगटिंग

"माइक्रोटारगेटिंग" शब्द 2002 में राजनीतिक सलाहकार अलेक्जेंडर पी। गेज द्वारा गढ़ा गया था।[१] माइक्रोटारगेटिंग लक्ष्य विपणन का प्रकार है, जिसका उपयोग अक्सर राजनीतिक दलों द्वारा किया जाता है और चुनाव अभियानों में प्रत्यक्ष विपणन डेटा खनन तकनीक शामिल होती है।आज कल राजनीतिक अभियान में व्यक्तिगत राजनीतिक विज्ञापन का उपयोग बढ़ता ही जा रहा हे, उसके लिए मतदाता के डाटा पर अनुसंधान भी किया जाता हैं।

राजनीतिक माइक्रोट्रगेटिंग के माध्यम से, एक राजनीतिक दल पहचान कर सकती है। किन मतदाताओं को मनाने की सबसे अधिक संभावना है। इसके अतिरिक्त, एक पार्टी इन मतदाताओं के विशिष्ट हितों और कमजोरियों के लिए अपने संदेश का मिलान कर सकती है। आधुनिक ऑनलाइन मार्केटिंग तकनीक विज्ञापन को ओर व्यक्तिगत यानि मतदाताओं के अनुरूप और अधिक प्रभावी बनाती है। ऑनलाइन राजनीतिक माइक्रोट्रगेटिंग एक प्रकार का व्यक्तिगत संचार है जिसमें लोगों के बारे में जानकारी एकत्र करना और उस जानकारी का उपयोग करके उन्हें लक्षित राजनीतिक विज्ञापन दिखाना है। इन विज्ञापन में उन मुद्दों को संबोधित किया जाता हे जो किसी व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं, अधिकतम प्रभाव के लिए व्यक्तिगत आवश्यकताओं और रुचियों के प्रारूप विज्ञापन को ढाला जाता है। लक्षित राजनीतिक जानकारी के प्राप्तकर्ता इस पर कार्य करने की अधिक संभावना रखते हैं।

लोकतंत्र पर प्रभाव

ऑनलाइन राजनीतिक माइक्रोट्रागेटिंग लोकतंत्र के लिए आशीर्वाद और अभिशाप दोनों हो सकता है। यह वोट डालने वाले लोगो की संख्या बड़ा शक्ता हे और ये मतदाताओं को उन के जीवन से संबंधित कुछ विषयों के बारे में ओर जाग्रुक कर शाक्त हैं। ये मतदाताओं को अपनी राजनीतिक दल चुनने में काफी मदद्गार शाबित हो शक्ता हैं। लेकिन माइक्रोटार्गेटिंग विज्ञापन अपने साथ कुछ जोखिम भि लाता है । नागरिकों के लिए तीन खतरे हैं: उनकी डेटा की गोपनीयता पर आक्रमण किया जा सकता है, और उनके साथ चालाकी से हेरफेर की जा शक्ति हे या नागरिकों के लिए एक तीसरा खतरा यह है कि राजनीतिक दल माइक्रो वोटिंग का इस्तेमाल कुछ समूहों के मतदाताओं की अनदेखी के लिए कर सकते हैं।[२] उदाहरण के लिए, एक राजनीतिक दल, भ्रामक रूप से, अलग-अलग व्यक्तियों के लिए एक मुद्दे वाली पार्टी के रूप में खुद को प्रस्तुत कर सकता है। और माइक्रोट्रगेटिंग के लिए डेटा संग्रह गोपनीयता चिंताओं को बढ़ाता है। इन तकनीकों का उपयोग मुख्य रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में किया जाता है, लेकिन हाल ही में यूरोपीय देशों में भी लोकप्रियता हासिल की है। इसका उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका के रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक राजनीतिक दलों के साथ-साथ उम्मीदवारों द्वारा व्यक्तिगत मतदाताओं को ट्रैक करने और पहचान करने के लिए किया जाता है। संभावित समर्थक।[३]


सन्दर्भ

साँचा:reflist

बाहरी कड़ियाँ

  • Romney's Data Cruncher वाशिंगटन पोस्ट (ऑनलाइन) - 5 जुलाई, 2007।
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