कोकम सिद्धांत
imported>संजीव कुमार द्वारा परिवर्तित १५:३९, १९ अगस्त २०२० का अवतरण (टैग {{उल्लेखनीयता}} लेख में जोड़ा जा रहा (ट्विंकल))
यह लेख सामान्य उल्लेखनीयता निर्देशों के अनुरूप नहीं है। कृपया विषय के बारे में विश्वसनीय स्रोत जोड़कर उल्लेखनीयता स्थापित करने में सहायता करें। यदि उल्लेखनीयता स्थापित न की जा सकी, तो लेख को विलय, पुनर्निर्देशित अथवा हटाया जा सकता है।
साँचा:find sources mainspace |
कोकम (अंग्रेजी: KOKAM) भारत के गुजरात में सन् १९९० के आसपास जनता दल के मुखिया चिमनभाई पटेल द्वारा बनाया गया एक सामाजिक संगठन था जिसका सौराष्ट्र मे बहुत ज्यादा प्रभाव था जो कांग्रेस के खाम सिद्धांत को देखते हुए बनाया गया था।[१][२] कोकम का अर्थ 'को से कोली, क से कणबी और म से मुस्लिम' था। यह सिद्धांत कोली, कनवी और मुस्लिमों की वोट पाने के लिए अपनाया गया था।[३] कोकम में सबसे ज्यादा महत्व कोली जाति को दिया गया था जिसके चलते जनता दल ने सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात मे कांग्रेस की खाम नीति को कमजोर करते हुए काफी कोली अपनी तरफ़ कर लिए थे एवं कुछ पाटीदार भी जनता दल और भारतीय जनता पार्टी की तरफ़ चले गए।[४][५]