चीनी साम्राज्यवाद
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चीन के पिछले चार हजार वर्षों के इतिहास को देखने से स्पष्ट होता है कि चीन का साम्राज्यवाद और और उसका विस्तार पूर्वी एशिया के इतिहास की मुख्य विशेषता रही है। २०वीं शताब्दी में पुनः शक्तिसम्पन्न होने के बाद चीन का यह साम्राज्यवाद और विस्तारवाद उसके सभी पड़ोसियों के लिए चिन्ता का विषय है।
आज का चीन साम्यवादी देश होने का केवल दिखावा करता है, लेकिन वास्तव में यह एक पूंजीवादी देश बन चुका है। यह लाभदायक निवेश, कब्जा करने के लिए बाजारों और सस्ते कच्चे माल को प्राप्त करने के लिए पूंजी की तलाश में है।
सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
- चीन का इतिहास
- चीनी राष्ट्रवाद
- चीनीकरण
- चीन-केन्द्रीयता (Sinocentrism)
- दक्षिण चीन सागर में राज्यक्षेत्रीय विवाद