वेलस्पन सौर मप्र परियोजना
वेलस्पन सौर मप्र परियोजना (Welspun Solar MP project) भारत के मध्य प्रदेश के नीमच जिले की जावद तहसील के दक्षिण में बसे भगवानपुरा गाँव में स्थापित 151 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र है। यह भारत की सबसे बड़ी सौर-ऊर्जा परियोजनाओं में से एक है।
इसका आरम्भ फरवरी, 2014 में हुई। वेलस्पन सौर मप्र परियोजना का निर्माण 305 हेक्टेयर (750 एकड़) भूमि पर 1100 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था। यह 8.05 रुपये प्रति यूनिट की दर पर बिजली की आपूर्ति करता है। वेलस्पन एनर्जी लिमिटेड (डब्लू ई एल) ने अपनी सहायक कंपनी, वेलस्पन सोलर मध्य प्रदेश प्राइवेट लिमिटेड (डब्लू एस एम पी पी एल) के माध्यम से इस प्लांट का निर्माण किया है जो 624,000 घरों को बिजली देते हुए प्रतिवर्ष 216,372 टन कार्बन उत्सर्जन को कम कर रहा है। इन सौर संयंत्रों का औसत क्षमता उपयोग कारक सीआरईसी के 19% मानदंड से ऊपर है। सौर पीवी मॉड्यूल 235 डब्ल्यू प्रत्येक की मॉड्यूल क्षमता के साथ पॉलीक्रिस्टलाइन सिलिकॉन फोटोवोल्टिक तकनीक का उपयोग करते हैं और प्रत्येक में 630 किलो वाट के आउटपुट के साथ इनवर्टर से जुड़े होते हैं। उत्पन्न बिजली को भारत में नॉर्थ-ईस्ट-वेस्ट-नॉर्थ ईस्ट (एन एस डब्लू एन ई) क्षेत्रीय बिजली ग्रिड को निर्यात किया जाएगा, जिसके बाद इसे 132 केवी तक बढ़ाया जाएगा।
यह साइट 500 मीटर ऊंचे बंजर भूमि पर स्थित है जहाँ पर सौर विकिरण का स्तर भारत के सर्वाधिक विकिरण स्तरों में से एक हि।