युगपत अभिकलन
युगपत अभिकलन (Parallel computing), अभिकलन की वह रीति है जिसमें कई अभिकलन एक साथ किए जाते हैं। किसी बड़ी समस्या को छोटी-छोटी कई समस्याओं में इस प्रकार बाँटा जा सकता है कि ये सभी छोटी समस्याएँ एक ही समय में हल की जा सकें। युगपत अभिकलन के कई रूप सम्भव हैं- बिट के स्तर पर, इन्स्ट्रक्शन के स्तर पर, आंकड़े के स्तर पर, टास्क के स्तर पर युगपतीकरण। उच्च परफॉर्मैन्स के अभिकलन में युगपतीकरण का उपयोग बहुत दिनों से होता आ रहा है किन्तु अब इसमें व्यापक रुचि देखने को मिल रही है क्योंकि अब माइक्रोप्रोसेसरों के काम करने की आवृत्ति को बढ़ाना लगभग असम्भव हो चुका है। इसका कारण यह है कि अधिक आवृति पर माइक्रोप्रोसेसर में बहुत अधिक ऊष्मा की हानि (गरमी) होती है। आवृत्ति बढाने के बजाय एक ही माइक्रोप्रोसेसर के अन्दर कई कोर बनाना अधिक आसान है, और आजकल ४-कोर, ८-कोर आदि के माइक्रोप्रोसेसर और डीएसपी उपलब्ध हैं।