नरोत्तम सीहमुनी

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साँचा:infoboxसाँचा:main other नरोत्तम सीहमुनी (साँचा:lang-km; जन्म 14 मई 1953) वर्तमान में कम्बोडिया के राजा हैं। उन्होंने १४ अक्टूबर २००४ ने देश का सिंहासन संभाला।[१] वे राजा नोरदम सिहानुक तथा रानी नोरदम मोनिनेथ के सबसे बड़े पुत्र हैं। वह यूनेस्को में कम्बोडिया के राजदूत थे तथा २००४ में अपने पिता के सिंघासन त्याग देने के बाद वे राजा बनें। सिंघासन पर आसीन होने से पूर्व उन्हें यूरोप में सांस्कृतिक राजदूत तथा शास्त्रीय संगीत के प्रशिक्षक के रूप में किये गये कार्यों के लिये जाना जाता था। वे प्राग, चेकोस्लोवाकिया से स्नातक हैं।

उनकी प्रधानमंत्री हुन सेन के तानाशाही के प्रति अहस्तक्षेप-नीति के लिये जाना जाता है। आलोचक उन्हें "कठपुतली सम्राट" कहते हैं।[२][३]

प्रारम्भिक जीवन

नरोत्तम सीहमुनी का जन्म १९५३ में हुआ था। उनकी माता पिता सिहानुक की सातवीं पत्नी थी। उनके सगे भाई का नाम सेमदेक नोरदम नारिन्द्रापोंग था जो उनसे एक वर्ष छोटे थे। उनका निधन २००३ में हो चुका है। इसके अतिरिक्त उनके १४ सौतेले भाई-बहन हैं।

शिक्षा तथा विदेश में जीवन

राजा बनने से पूर्व उनका अधिकांश समय कम्बोडिया से बाहर ही बीता है। बाल्यकाल में ही उनके पिता ने उन्हें प्राग, जो उस समय चेकोस्लोवाकिया में था, भेज दिया था। १९७० में लोन नोल के तख्तापलट के बावजूद वे चेकोस्लोवाकिया में ही रहे, जहाँ से उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर स्नातक स्तर तक की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने १९७५ तक वे अनवरत शास्त्रीय नृत्य तथा संगीत की भी पढ़ाई करते रहे। पूरा बचपन व युवाकाल चेकोस्लोवाकिया में व्यतीत करने के कारन वे चॅक भाषा में प्रवीण हो गये।

स्नातक के पश्चात वे १९७५ में वे प्राग से उत्तर कोरिया आ गये तथा फ़िल्म-निर्माण की पढ़ाई करने लगे और फिर १९७७ में कम्बोडिया वापस आ गये। इसके तुरन्त बाद ही खमेर रूज सरकार ने राजतन्त्र समाप्त करके पूरे राजपरिवार को सिहामोनी सहित नज़रबंद कर दिया। यह नज़रबंदी १९७९ वियतनामी आक्रमण तक चली।

इसके बाद वे १९८१ में बैलेट पढ़ाने के लिये फ्रांस चले गये, और बाद में खमेर नृत्य संस्था के अध्यक्ष बन गये। वे फ्रांस में २० वर्ष रहे, जहाँ से वे नियमित रूप से प्राग जाते रहते थे।

१९९३ में वे पेरिस स्थित यूनेस्को में कम्बोडिया के प्रतिनिधि बनें जहाँ उनके कम्बोडियाई संस्कृति के प्रति कठिन परिश्रम व लगन को काफी प्रशंसा मिली। इससे पहले वे फ्रांस में कम्बोडिया के राजदूत का दायित्व स्वीकारनें से मना कर चुके थे।[४]

भाषाएँ

अपनी मातृभाषा ख्मेर के अतिरिक्त वे चॅक भाषा धाराप्रवाह बोल सकते हैं।[५] उन्हें फ़्रांसिसी, अंग्रेजी तथा रूसी भी बोल सकते हैं।

कार्यकाल

पिता के सिंघासन त्यागने के पश्चात वे नौ सदस्यीय समिति के द्वारा वे १४ अक्टूबर २००४ को देश के राजा बनें। सिहामोनी के चयन को प्रधानमंत्री हुन सेन तथा स्पीकर राजकुमार नोरदम रानारिद्ध का समर्थन मिला। उन्होंने औपचारिक रूप से राजा का पद २९ अक्टूबर २००४ को संभाला।[६] राजा सिहामोनी और उनके माता-पिता राजा नोरदम सिहानुक तथा रानी नोरदम मोनिनेथ ने अपील की कि उनका राज्याभिषेक कम खर्च में होना चाहिए क्योंकि वे नहीं चाहते कि आर्थिक रूप से कमजोर कम्बोडिया पर इसका बोझ पड़े। २९ अक्टूबर २०१४ को उनके राज्याभिषेक की दसवीं वर्षगाँठ मनायी गयी।[७]

सिहामोनी अविवाहित हैं तथा उनके कोई पुत्र नहीं हैं। उनके पिता नोरदम सिहानुक ने इस बारे में कहा कि सिहामोनी "महिलाओं को बहन की तरह प्यार करता है।"[८]

उपाधि

राजा बनने से पूर्व उनकी उपाधि सदेच क्रोम क्रुन (साँचा:lang-km) थी, जो कि उन्हें "महान राजकुमार" की वरियता के समकक्ष खड़ा करती थी। राजा बनने के बाद उनकी उपाधि प्राह करुणा प्राह बात सम्दाच प्राह ब्रोमनाथ नोरदोम सिहामोनी समन भूमिचत सासना रक्खता खात्तिया खमेरारात्रात पुत्थिन्त्रा मोहक्सत खमेराचेआना समुहोभास कम्पूचिया एकराचरथ बुरानासन्ति सुभेमगाला सिरीविबुन्ला खमेरा श्री बिरात प्राह चाओ क्रुंग कम्पूचिया धिबोदी; (साँचा:lang-km) है। इसका अनुवाद "हिज़ मर्सीफुल एक्सीलेंट मेजेस्टी प्रोटेक्टर, राजा नोरदम सिहामोनी, जिन्होंने देश को संगठित किया है, धर्म, क्षेत्र, तथा खमेर राष्ट्र के लोग, महान राजा जो बुद्ध और इन्द्र के समर्थन प्राप्त, स्वतंत्रता के रक्षक, एकीकरण, और शांति, कम्बोडिया के राजा, कम्बोडिया साम्राज्य में महान राजा" है।

सम्मान

  • KHM Ordre Royal du Cambodge - Grand Croix BAR.png रॉयल ऑर्डर ऑफ़ कम्बोडिया का ग्रैंड क्रॉस[८]
  • KHM Royal Order of Monisaraphon - Grand Cross.png रॉयल ऑर्डर ऑफ़ मोनिसराफोन का ग्रैंड क्रॉस[८]

विदेशी सम्मान

  • साँचा:flag: ऑर्डर ऑफ़ द लीजन ऑफ़ ऑनर का ग्रैंड क्रॉस[८]
  • साँचा:flag: ऑर्डर ऑफ़ द क्राईसैन्थमम का कॉलर समेत ग्रैंड कॉर्डन[८]

सन्दर्भ

  1. साँचा:cite web
  2. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
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  4. The Weekend Australian, 16–17 अक्टूबर 2004
  5. King Sihamoni of Cambodia receives warm welcome in Prague स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, रेडियो प्राग, 20 सितम्बर 2006
  6. साँचा:cite web
  7. साँचा:cite news
  8. साँचा:cite web

और अधिक पढ़ें

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  • मिरोस्लाव नोज़िना, जिरी सितलेर तथा कारेल कुचेरा. Royal Ties: King Norodom Sihamoni and the History of Czech-Cambodian Relations. Prague: Knižní klub, 2006. ISBN 978-80-86938-75-2स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।स्क्रिप्ट त्रुटि: "check isxn" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।

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External links

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