अफ़ज़ल-उद-दौला, आसफ़ जाह पंचम

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>InternetArchiveBot द्वारा परिवर्तित १६:०५, ११ अक्टूबर २०२० का अवतरण (Rescuing 1 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.7)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
अफजल उड़-दौला, असफ जह पंचम, "मीर तेहेनियत अली खान" सिद्दीकी बायाफांडी (11 अक्टूबर 1857 - 26 फरवरी 1869) ने 1857 से 1869 तक भारत के हैदराबाद के निज़ाम रहे।

अफजल उड़-दौला, असफ जह V, "मीर तेहेनियत अली खान" सिद्दीकी बायाफंदी (11 अक्टूबर 1857 - 26 फरवरी 1869) ने 1857 से 1869 तक भारत के हैदराबाद के निजाम थे। वह चौथे निजाम नासिर-उद-दौला - आसफ जाह चतुर्थ के सबसे बड़े बेटे थे।वह बिलकुल अपने पिता के समान दिखता था। उनका मकबरा अन्य निज़ामों की तरह, मक्का मस्जिद में है। [१] उनकी मृत्यु बहुत ही कम सिर्फ ४१ वर्ष की उम्र में हुई।

शैक्षणिक सुधार

उनके राज्य के दौरान, सं 1854 में "दार-उल-उलूम"-  की स्थापना हुई , जो हैदराबाद की पहली नियमित शैक्षिक संस्था थी। [२]

शैली और शीर्षक

हिज हाइनेस सर निज़ाम-उल-मुल्क, अफ़ज़ल-अड़-डौलह, नवाब फ़ारूक़ी मीर टहनियत अली खान सिद्दीक़ी बायफंडी बहादुर, असफ जह पंचम, GCSI, हैदराबाद के निज़ाम।

यह भी देखें

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:s-houसाँचा:succession box