एन टी आर ट्रस्ट
चित्र:NTR Trust logo.png | |
सिद्धांत |
"We Work The Talk!" "हम क्रियाशील बात करते हैं!" |
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स्थापना | साँचा:if empty |
वैधानिक स्थिति | सक्रिय |
स्थान | स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। |
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साँचा:longitem क्षेत्र | साँचा:if empty |
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तेलुगु अंग्रेज़ी हिन्दी |
साँचा:longitem | एन भुवनेश्वरी |
साँचा:longitem | नारा लंकेश |
साँचा:longitem | टी विष्णु वर्धन[१] |
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जालस्थल |
ntrtrust |
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एन टी आर ट्रस्ट या एन टी आर स्मारक ट्रस्ट एक गैरलाभकारी भारतीय सामाजिक भलाई की संस्था है।[२] इसका मुख्यालय हैदराबाद, तेलंगाना, भारत में है। इसकी स्थापना 1997 में लोकोपकार और सामाजिक कल्याणकारी सहायता के लिए हुई थी।[३][४] इस संस्था का नाम एन टी रामा राव पर रखा गया है जो दक्षिण भारत के अभिनेता, निर्देशक और अंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री रह चुके हैं।[५]
इतिहास
एन टी आर ट्रस्ट की स्थापना 1997 में हुई थी,[३] और उसी वर्ष अंध्र प्रदेश में एन चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता वाली सरकार ने संस्था के लिए भूमि आवंटित की।[५]
2011 में संस्था ने घोषणा की कि उसकी ओर से गरीब लोगों के लिए सुरक्षित पानी उपलब्ध कराया जाएगा जिनके पास ये सुविधा मौजूद नहीं है। इससे पूर्व संस्था ने एन टी आर सुजल पथकम परियोजना प्ररंभ की थी जिसका लक्ष्य 50,000 लोगों को सुरक्षित पानी उपलब्ध कराना था। [६]
2014 में संस्था ने एन टी आर ट्रस्ट भवन में एक नौकरी मेला (जॉब मेला) आयोजित किया जिसमें 600 युवकों ने भाग लिया। [७]
जून 2014 में चंद्रबाबू नायडू के पुत्र नारा लंकेश ने एन टी आर ट्रस्ट का दायित्व स्वीकार किया, जो इस समय संस्था के ट्रस्टी भी हैं।[८]
2015 में संस्था ने गंडीपेट में एक कॉलेज की स्थापना की घोषणा की। [९]
सेवाएँ
एन टी आर ट्रस्ट गरीब बच्चों तथा युवकों को मुफ़्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, युवा सश्क्तिकरण, आपदा की स्थिति में राहत कार्य जैसी सेवाएँ प्रदान करता है।[१०] संस्था हैदराबाद, विशाखापट्टनम और गुंटूर में रक्त बैंक चलाती है जो एन ए बी एच से मान्यता-प्राप्त हैं।[११] नवम्बर 2015 में ट्रस्ट ने घोषणा की कि उसकी ओर से गरीब बच्चों को मुफ़्त कोचिंग भी दी जाएगी।[१२]
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की बहू नारा ब्रह्मणी मार्गदर्शन में दिसम्बर 2015 से प्रथम बार स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के प्रशिक्षण को प्रारंभ किया। 900 आवेदकों में से संस्था 130 प्रत्याशियों का मुफ़्त रूप से प्रशिक्षण कर रही है जो दूसरे स्तर के प्रतियोगिता परीक्षा में सफल हुए हैं। [१३] 18 जनवरी 2016 को एन टी रामाराव की बीसवीं बरसी के अवसर पर 200 से अधिक जगहों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन भी इस संस्था के माध्यम से सम्भव हुआ था।[१४]
विवाद
1997 में जब एन टी आर ट्रस्ट के लिए भूमि आवंटित की जा रही थी, तब आँध्र प्रदेश की विधान सभा में भारी शोर-शराबा देखा गया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने आरोप लगाया कि तेलुगु देशम पार्टी और चन्द्रबाबु नायडु अपने राजनीतिक दल का इस संस्था के माध्यम से प्रचार कर रहे हैं।[३]