प्रवीण आमरे

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>InternetArchiveBot द्वारा परिवर्तित २०:००, १९ सितंबर २०२० का अवतरण (Rescuing 1 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.7)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
प्रवीण आमरे
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
प्रवीण आमरे ,बॉक्स क्रिकेट फिनाले के दौरान
व्यक्तिगत जानकारी
पूरा नाम प्रवीण कल्याण आमरे
जन्म साँचा:br separated entries
मृत्यु साँचा:br separated entries
बल्लेबाजी की शैली दाहिने हाथ से बल्लेबाजी
गेंदबाजी की शैली दाहिने हाथ से लेग ब्रेक गेंदबाजी
भूमिका बल्लेबाज
अंतर्राष्ट्रीय जानकारी साँचा:infobox
घरेलू टीम की जानकारी
वर्षटीम
एयर इंडिया
बंगाल क्रिकेट टीम
बोलैंड क्रिकेट टीम
गोवा क्रिकेट टीम
मुम्बई क्रिकेट टीम
रेलवे क्रिकेट टीम
राजस्थान क्रिकेट टीम
साँचा:infobox cricketer/career
स्रोत : ईएसपीएन, २० सितम्बर २०१७

प्रवीण कल्याण आमरे (साँचा:lang-en) (pronunciation सहायता·सूचना; एक पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी है जिनका जन्म १४ अगस्त १९६८ को महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई, [[भारत में हुआ था। इन्होंने भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए १९९१ से १९९४ तक क्रिकेट खेला था। आमरे ने अपने क्रिकेट कैरियर में कुल ११ टेस्ट क्रिकेट मैच और ३७ वनडे मैच खेले थे। इन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक शतक और तीन अर्धशतक भी लगाए थे। [१]

घरेलू क्रिकेट

घरेलू क्रिकेट में प्रवीण कल्याण [२] आमरे ने कई अलग-अलग टीमों के साथ खेले है जिसमें बंगाल क्रिकेट टीम, मुंबई क्रिकेट टीम, बोलैंड क्रिकेट टीम, रेलवे तथा राजस्थान क्रिकेट टीम के साथ। इन्होंने रेस्ट ऑफ़ इंडिया की ओर से खेलते हुए सबसे ज्यादा रन [३] एक पारी में २४६ रन है जो इन्होंने बंगाल के खिलाफ ईरानी ट्रॉफी में बनाये थे। [४]

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर

प्रवीण आमरे ने अपने वनडे क्रिकेट की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के कोलकाता में स्थित ईडन गार्डन्स स्टेडियम में १० नवम्बर १९९१ को की थी।[५] और उस मैच में इन्होंने अर्धशतक बनाया था और कुल ७४ गेंदों पर ५५ रनों की पारी खेली थी जिसमें इन्होंने ८ चौके और १ छक्का लगाया था।

जबकि इन्होंने टेस्ट कैरियर की शुरुआत वनडे के एक साल बाद १९९२ में की थी और पहला मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन में खेला था और अपने पहले ही टेस्ट मैच में अच्छी बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाया था और साथ ही ये भारत के नौवें ऐसे खिलाड़ी बन गए थे जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक लगाया था।[६] इन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच ०४ अगस्त १९९३ को श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में खेला था।[७] जबकि इन्होंने अपना अंतिम वनडे मैच [८] २० फरवरी १९९४ को जालंधर में श्रीलंका के खिलाफ खेला था।

सन्दर्भ