नदी निर्मित भू-आकृतियां
imported>Vikram maske द्वारा परिवर्तित १३:२०, ४ सितंबर २०२१ का अवतरण (नदी द्वारा निर्मित स्थलाकृति : जब वाही जल एक निश्चित रूप में ऊंचाई से निचले ढाल पर गुरुत्वाकर्षण के कारण प्रवाहित होता है. तो उसे नदी या सरिता कहते हैं यह भूतल पर समतल स्थापन बलो में बहते हुए जल ( नदी ) कार्य सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है)
साँचा:ambox जब वाही जल एक निश्चित रूप में ऊंचाई से निचले ढाल पर गुरुत्वाकर्षण के कारण प्रवाहित होता है अपरदण, परिवहन तथा निक्षेप. नदी द्वारा निर्मित स्थलाकृतियां बहुत महत्व पूर्ण होती है V आकार की घाटी--
नदी अपनी तली को काट के गहरा करती है जिससे नदी की गहराई हमेशा बढ़ती जाती है।तथा घाटी का आकार अंर्गेजी के Vआकार के समान हो जाती है। इनको दो वर्गों मे बाँटा गया। 1.गार्ज 2. कैनियन
जल प्रपात तथा क्षिप्रिका--
जब किसी स्थान पर नदी का जल अधिक ऊँचाई से सीधे अत्यधिक वेग से नीचे की ओर गिरता है तो उसे जल प्रपात कहते है।इनके प्रकार निम्न है।
1.सोपानी 2.भ्रश 3.नदी की लटकती धाटी वाला 4.सरिता अपहरण वाला
नदी वेदिकाये--
नदी विसर्प--
जलोढ पंक--
नदी डेल्टा --
1.चापाकार डेल्टा 2.पंजा डेल्टा 3.ज्वारनमुखी डेल्टा 4.पालियुक्त डेल्टा 5.अवरोधक डेल्टा 6.परित्यक्त डेल्टा