सिन्धी भाषा विधेयक, १९७२
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सिन्धी भाषा विधेयक, १९७२ पाकिस्तान के सिन्ध विधानसभा में १९७२ में प्रस्तुत एक विधेयक (बिल) था जिसे ३ जुलाई को तत्कालीन मुख्यमन्त्री मुमताज भुट्टो ने प्रस्तुत किया। इस विधेयक ने सिन्ध प्रान्त में सिन्धी भाषा को एकमात्र आधिकारिक भाषा घोषित कर दिया। इसके बाद ७ जुलाई से सिन्ध में भाषाई दंगे शुरू हो गये। तब पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने घोषणा की कि उर्दू और सिन्धी दोनों ही सिन्ध की राजभाषाएँ होंगी। आधिकारिक रूप से सिन्धी को उर्दू के समकक्ष बनाये जाने से उर्दू बोलने वाले लोग निराश हो गये क्योंकि वे सिन्धी नहीं बोलते थे।