होयसलेश्वर मंदिर

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वर्षा ऋतु में होयसलेश्वर मन्दिर

होयसलेश्वर मंदिर, भगवान शिव को समर्पित एक मंदिर है जो कर्नाटक के हालेबिदु नामक स्थान पर स्थित है। यह बेलूर से १६ किमी दूर है। इसका निर्माण १२वीं शताब्दी में राजा विष्णुवर्धन के काल में हुआ था।


होयसल मंदिर की संरचना

होयसलेश्वर मंदिर का निर्माण 1121 ईस्वी में होयसल राजा विष्णुवर्धन ने किया था। हाल ही में इसे 2022 - 2023 के लिए विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामांकित करने के लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने विचार किया है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे द्वारसमुद्र के धनी नागरिकों के द्वारा प्रायोजित और निर्मित किया गया था। होयसल मंदिर में 240 से अधिक मूर्तिया दीवाल पर संलग्न हैं। हलेबिड जहां होयसल मंदिर स्थित है वहीं पर एक दीवाल पर होयसल काल के तीन जैन मंदिर भी स्थित है। यह मंदिर वास्तुकला के हिसाब से अद्भुत है।

11वी एवम 14वी शताब्दी के बीच होयसल वास्तुकला होयसल साम्राज्य के अंतर्गत विकसित एक वास्तुकला शैली है, जो अधिकतर कर्नाटक के दक्षिण में स्थित है।

होयसल मंदिर, की शैली हाइब्रिड और बेसर शैली का मिश्रण है। क्योंकि यह अनूठी शैली न तो पूरी तरह द्रवीण है और न नागर शैली। होयसल मंदिरों में खंभे वाले हॉल के साथ एक साधारण आंतरिक कक्ष की बजाय एक केंद्रीय स्तंभ वाले हॉल के चारों ओर समूह में कई मंदिर शामिल हैं और यह सम्पूर्ण संरचना एक जटिल डिजाइन वाले तार के आकार में होती हैं। मुकेश श्रीवास्तव।