यास्मीन मोडसीर
imported>InternetArchiveBot द्वारा परिवर्तित २०:२८, २३ सितंबर २०२० का अवतरण (Rescuing 2 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.7)
डॉ. यसमीन मोडसीर (१९५३- २०१६) एक भारतीय शिक्षाविद् और वैज्ञानिक थी। वह प्रधानाचार्य थे दाथेपे कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में जो संबद्ध है गोवा विश्वविद्यालय से मिरामार, गोवा मे।[१][२]
जीवनी
उनका जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ और उन्होंने १९८० में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की और १९७५ से जूलॉजी और मत्स्य पालन में वैज्ञानिक अनुसंधान में शोध किया। वह सीनियर रिसर्च फैलोशिप और पोस्ट डॉक्टरेट फेलोशिप ऑफ काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) नई दिल्ली के प्राप्तकर्ता थी। वह १९८१ में एक संकाय सदस्य के रूप में दाम्सपे कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में शामिल हुए। वह २००३ में उप-प्राचार्य के अध्यक्ष, २००६ में प्रिंसिपल और सितंबर २०१६ में सेवानिवृत्त हुए उसी महाविद्यालय से।[३]
पुरस्कार
- "पर्यावरणवादी वर्ष का पुरस्कार" २००२ राष्ट्रीय पर्यावरण विज्ञान अकादमी, भारत के अंतर्राष्ट्रीय बोर्ड ऑफ अवॉर्ड्स द्वारा।
- एकेडमी ऑफ साइंसेज के कॉन्फ़्रर्ड फेलोशिप, २००७
- १९९५ में जैविक विज्ञान में उत्कृष्ट योगदान के लिए सोसायटी ऑफ बायोसाइंसेज द्वारा फेलोशिप