प्यास

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>Nishānt Omm द्वारा परिवर्तित १७:२०, २ सितंबर २०२१ का अवतरण
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
William-Adolphe Bouguereau (1825-1905) - Thirst (1886).jpg

पीने की इच्छा को प्यास कहते हैं। जन्तुओं में प्यास लगने के कारण ही वे अपने शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन बनाये रख पाते हैं। जब शरीर में जल की मात्रा एक सीमा से कम हो जाती है या नमक या अन्य परासरणकारी पदार्थ की सान्द्रता बढ़ जाती है तो मस्तिष्क 'प्यास' का संकेत करता है।