भारती मठ मंदिर , भुवनेश्वर , ओड़ीशा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>EatchaBot द्वारा परिवर्तित ०१:०५, ५ मार्च २०२० का अवतरण (बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
Bharati Matha
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
धर्म संबंधी जानकारी
सम्बद्धतासाँचा:br separated entries
अवस्थिति जानकारी
अवस्थितिसाँचा:if empty
राज्यOrissa
देशIndia
लुआ त्रुटि Module:Location_map में पंक्ति 422 पर: No value was provided for longitude।
वास्तु विवरण
प्रकारKalingan Style (Kalinga Architecture)
निर्मातासाँचा:if empty
ध्वंससाँचा:ifempty
अवस्थिति ऊँचाईसाँचा:convert
साँचा:designation/divbox
साँचा:designation/divbox

साँचा:template otherस्क्रिप्ट त्रुटि: "check for unknown parameters" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।साँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherभारती मठ भारतीय राज्य ओड़ीशा का राजधानी सहर भुवनेश्वर का एक शिब मंदिर है। एह एका प्राचीन 3 तल्ला भबन पर है और इसे 11 बा सताब्दी में बनाया गया था। आबी इसी मे पूजा आराधना के साथ एक " मठ " के रूप में भी श्रर्द्धालुयाओन को आकर्षित करता है।  

aba

उसका भौगोलिक स्थिति t. 20° 14' 43" N, और समुद्र कास्टर से 86 फुट ऊपर है। पुराने भुवनेश्वर का बढ़ेईबंक इलाका मे भारती मठ अबस्थित। लिंगराज मंदिर से रामेस्वर रोड पर इसी बहू -प्राचीन मठ रहे है।  

परंपरा और किंवदंतियों

स्थानीय किंवदंती के अनुसार एह मठ पुराने राजा जजाति केशरी ने बनाया था। जजाति केशरी भुवनेश्वर का प्रसिद्ध लिंगराज मंदिर भी बनबाया था। लिंगराज मंदिर बनाने के समय यहाँ कारीगरों को रखने के लिए पहले उसे बनाया गया था।  

महत्व

सांस्कृतिक

हर इसी तरह की और अनुष्ठान की तरह कार्तिक पूर्णिमा , प्रथमस्थमी , दुर्गा पूजा , काली पूजा के अबसर पर स्वतंत्र पुजा के साथ मनाया जाता है। मंदिर में साधारण आदमी बिभाह , ब्रतोपनयन आदि सामाजिक कार्जी भी कराने आते है।  

इन्हें भी देखें

  • सूची के मंदिरों में भुवनेश्वर

संदर्भ नोट्स

  1. K. C. Panigrahi, पुरातात्विक अवशेषों पर भुवनेश्वर, कोलकाता, 1961. पी. 19.
  2. T. E. Donaldson, हिंदू मंदिर की कला उड़ीसा, Vol. मैं, लीडेन, 1985, पी. 64.
  3. की तारीख प्रलेखन: 22.10.2006

सन्दर्भ

  • कम ज्ञात स्मारकों भुवनेश्वर के डॉ Sadasiba प्रधान (ISBN 81-7375-164-1)