वरुण सिंह भाटी
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व्यक्तिगत जानकारी | ||||||||||||||||||||||||||||
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राष्ट्रीयता | भारतीय | |||||||||||||||||||||||||||
जन्म | साँचा:br separated entries | |||||||||||||||||||||||||||
मृत्यु | साँचा:br separated entries | |||||||||||||||||||||||||||
खेल | ||||||||||||||||||||||||||||
देश | साँचा:flag/core | |||||||||||||||||||||||||||
खेल | पैरा एथलेटिक्स | |||||||||||||||||||||||||||
प्रतिस्पर्धा | हाई जम्प टी42 | |||||||||||||||||||||||||||
पदक अभिलेख
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वरुण सिंह गुर्जर एक भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2016 रियो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीता है।
प्रारंभिक जीवन
वरुण भाटी गुर्जर ग्रेटर नोएडा के जमालपुर गांव के रहने वाले हैं। जब बहुत छोटे थे तभी पोलियो के कारण उनका एक पैर खराब हो गया था। इसके बावजूद भाटी ने हिम्मत नहीं हारी। 21 साल के भाटी ने 2014 के इंचियोन पैरा-एशियाई खेलों में पांचवां स्थान हासिल किया। उसी साल चीन ओपन एथलेटिक्स चैपियनशिप में भी इन्होंने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।[१]
सन्दर्भ
- ↑ रियो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल को उतना प्यार नहीं जितना ओलंपिक के रजत पदक को! स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। - ichowk.in -11 सितम्बर 2016