आईरिस पैटर्न
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आईरिस की पहचान अपने आप होने वाले बायोमेट्रिक तकनीक के तरीके से होती है। जो गणिकी पैट्रन का प्रयोग करके आईरिस की पहचान करता है। ये आईरिस पैट्रन एक जटील और किसी भी इंसान के अलग और यूनिक होते है, जिस से किसी भी इंसान की पहचान बड़ी आसानी से की जा सकती है। रेटिनल स्कैनिंग एक अलग तरह की बायोमेट्रिक तकनीक है जिसमे रेटिना में मौजूद ब्लड वेसल्स का अनोखा पैट्रन होने की वजह से उनकी पहचान आसानी से की जा सकती है। ज्यादातर आईरिस पैट्रन और रेटिना ब्लड वेसल्स के पैट्रन में गडबडा जाते है। आईरिस पैट्रन की पहचान नियर इन्फ्रारेड इल्लुमिनसायन जो विडियो कैमरा तकनीक में होता है, उस से किया जाता है।
बाहरी कड़ियाँ
- Home page of IrisCode inventor John Daugman
- ISO/IEC 19794-6:2011 International standard for iris images
- NIST Iris Challenge Evaluation – a contest for competing iris-recognition algorithms
- NIST IREX – a program for various NIST activities supporting interoperable iris biometrics, including comparison of 19 state-of-the-art iris recognition algorithms from 10 providers
- Iris recognition test results, analysis
- Iris recognition algorithm reidentifies Sharbat Gula – Afghan National Geographic cover girl in 1985 – two decades later