प्रिंसेस मार्गरेट, स्नोडन की काउंटेस
राजकुमारी मार्गरेट, स्नोडन की काउंटेस,(मार्गरेट रोज़; २१ अगस्त १९३०-९ फरवरी २००२) जॉर्ज षष्ठम, राजमाता एलिज़ाबेथ की छोटी बेटी और महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की एकलौती बहन थीं।
संक्षिप्त जीवनी
मार्गरेट का बचपन के अधिकांश वर्ष, अपने बड़ी बहन और माता-पिता की संगती में गुज़रा था। १९३६ में उनके चाचा, शाशी राजा एडवर्ड अष्टम के पदत्याग के बाद से उनकी ज़िन्दगी पूरी तरह बदल गयी। एडवर्ड के निःसंतान होने के कारण , उनके पिता जॉर्ज को ब्रिटेन और राष्ट्रमण्डल प्रदेशों का राजा घोषित कर दिया, और उनकी बड़ी बहन एलिज़ाबेथ, युवरानी बन गयी, तथा मार्गरेट, सिंघासन के अनुक्रम में दुसरे स्थान पर चली गयी। दुसरे विश्वयुद्ध के दौरान, सुरक्षित कनाडा ले जाए जाने की सलाह के बावजूद, दोनों बहनों ने इंग्लैंड में रहने का निर्णय किया। इन्होंने विंड्सर कासल में पनाह ली। युद्ध के दौरान, मार्गरेट को आधिकारिक ज़िम्मेदारियाँ संभालने के लिए बहुत छोटा समझा जाता था, अतः उन्होंने अपनी पढाई ज़ारी रखी।
युद्ध के बाद, मार्गरेट, ग्रुप कैप्टेन पीटर टौनसेंड के प्यार में पड़ गयी। १९५२ में मार्गरेट के पिता राजा जॉर्ज षष्ठम की मृत्यु हो गयी और उनकी बड़ी बहन एलिज़ाबेथ ब्रिटेन की राानी बन गयी, और टौनसेंड ने अपनी पहली पत्नी को डिवोर्स दे दिया और अगले वर्ष पीटर ने मार्गरेट को शादी के लिये प्रोपोज़् कर दिया। उस समय, सरकार में कई लोग, पीटर को २२ साल की इस राजकुमारी के लिए योग्य पति नहीं मानते थे, और चर्च ऑफ़ इंग्लैंड ने एक तलाक़शुदा आदमी के साथ विवाह को मान्यता या समर्थन देने से इनकार कर दिया(चर्च की तत्कालीन नीति के अनुसार, एक तलाक़शुदा व्यक्ति जिसकी पूर्व जीवनसाथी जीवित है, को पुनर्विवाह करने की अनुमति नहीं है। इस नीति को २००२ में बदल दिया गया[२])। अंततः मार्गरेट ने पीटर के संबंध में अपने इरादे को छोड़ दिया। १९६० में, एंटनी आर्मस्ट्रांग-जोन्स नामक एक फोटोग्राफर का विवाह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया, जिन्हें रानी द्वारा स्नोडन का अर्ल]] बना दिया गया। इस विवाह से मार्गरेट के बच्चे हुए; और १९७८ में उन्होंने आपस में तलाक़ कर लिया।
राजकुमारी मार्गरेट को एक विवादस्पद व्यक्तित्व के रूप में भी देखा जाता था, और वो अपनी हरकतों के कारण अक्सर पत्रकारी तवज्जो और विवाद का पात्र रहती थीं। स्नोडन के अर्ल के साथ उनके तलाक़ ने उन्हें काफ़ी नकारात्मक पब्लिसिटी दिलाई। इसके अलावा वे विभिन्न समय में, कई मर्दों के साथ वासनात्मक रूप से संबंधित भी थी। अपनी जीवन के आखरी दो दशकों में उनकी सेहत ने तेज़ी से गिरना शुरू कर दिया, और उनकी जीवन के आखरी वर्ष अस्वस्थता और बीमारी से पस्त थे। मार्गरेट अपनी वयस्क जीवन के अधिकांश समय तक एक हेवी स्मोक्वर हुआ करती थी, १९८५ में, ५५ वर्ष की आयु में, उन्हें एक लंग संक्रिया से गुज़रना पड़ा था, जिसमें उनके फेफड़ों के एक हिस्सा निकाल दिया गया था।, १९९३ में उन्हें निमोनिया हुआ और १९९८ से २००१ के बाच उन्हें कम-से-कम तीन दिल के दौरों का सामना करना पड़ा। ९ फ़रवरी २००२ को किंग एडवर्ड द सेवेंथ आपटल में उनकी मृत्यु हो गयी।