पाकिस्तान ज़िन्दाबाद
पाकिस्तान ज़िन्दाबाद (साँचा:lang-ur — साँचा:transl, उर्दु उच्चारण: [ˌpaːkɪsˈt̪aːn ˈzɪnˌd̪aːˈbaːd̪]; मतलब: पाकिस्तान की जय हो) देश पाकिस्तान के प्रति देशभक्ति और विजय के अवसर पर ख़ुशी व्यक्त करने हेतु एक नारा है। इसके अतिरिक्त इसे राजनीतिक और राष्ट्रीय भाषणों में भी प्रयोग किया जाता है।[१][२] पाकिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे सबसे पहले पाकिस्तान आंदोलन के दौरान लगाए गए थे, जब भारतीय उपमहाद्वीप के कई मुसलमान ब्रिटिश भारत में एक अलग इस्लामी राष्ट्र की माँग कर रहे थे।[३] ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के समर्थकों के दरम्यान ये नारे एक दूसरे से अभिवादित करने का तरीक़ा था।[४] आज 'पाकिस्तान ज़िन्दाबाद' पाकिस्तान देश का राष्ट्रीय नारा भी है।[५]
उल्लेखनीय उपयोग
राजनीतिक
2009 में जब सउदी अरब के शाह अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख अशफ़ाक़ परवेज़ कयानी से मुलाक़ात की थी, उन्होंने दोनों देशों के बीच की दोस्ती को व्यक्त करने के लिए बारम्बार "पाकिस्तान ज़िन्दाबाद" का नारा लगाया।[६]
भारत में उपयोग
पाकिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे अक्सर भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर (या भारत-अधिकृत कश्मीर[७][८][९][१०])[११] में लगाए जाते हैं। 1985 में स्थानीय पुलिस ने एक कश्मीरी को हिरासत में लिया था क्योंकि उन्होंने "पाकिस्तान ज़िन्दाबाद" का नारा लगाया था, जो कि पुलिस के अनुसार एक राष्ट्र-विरोधी और उत्तेजक नारा था।[१२]
शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम, श्रीनगर में हुए 13 अक्टूबर 1983 के लिमिटड ऑवर क्रिकेट मैच में जब वेस्टइंडीज़ क्रिकेट टीम ने भारतीय क्रिकेट टीम को हराया था, तब स्टेडियम में दर्शकों, जिनमें से जमात-ए-इस्लामी कश्मीर के कुछ सदस्य मौजूद थे, ने भारत की हार पर ख़ुशी व्यक्त करने के लिए पाकिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे लगाने लगे।[१३][१४]
हिंसक कृत्य में उपयोग
भारत के विभाजन की अवधि में स्त्रियों के ख़िलाफ़ यौन हिंसा के दौरान "पाकिस्तान ज़िन्दाबाद" के नारे अक्सर लगाए गए थे: सामूहिक बलात्कार के पीड़ितों के शरीरों पर राजनीतिक नारों के गुदने गुदवाए गए थे।[१५][१६]
इन्हें भी देखें
- पाकिस्तान खपे - सिन्धी भाषा में समानार्थक
- पाकिस्तान मुर्दाबाद - पाकिस्तान ज़िन्दाबाद विपरीत
- हिन्दुस्तान ज़िन्दाबाद - नारे का भारतीय प्रतिरूप