पेटलावद धमाका
तिथि | 12 सितम्बर 2015 |
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समय | 08:30 IST (03:00 UTC) |
स्थान | पेटलावद, झाबुआ, मध्य प्रदेश, भारत |
कारण | गैस क्षरण |
घायल | 150+ घायल |
अभियुक्त | राजेंद्र कसवा |
पेटलावद धमाका 12 सितंबर 2015 की सुबह को झाबुआ जिले के पेटलावद नामक नगर में हुआ था। जिसमें लगभग 105 लोगों की मृत्यु हो गई। इसका कारण खाना बनाने के लिए रखे गैस सिलेंडर को बताया गया है।[१][२]
धमाका
पुलिस ने इस पर कहा है कि इसमें कुल दो धमाके हुए है। पहला रसोई गैस के द्वारा और दूसरा धमाका पहले धमाके के कारण जिलिग्नाइट नामक छड़ में आग लगने के कारण हुआ था। इसी छड़ के कारण ही कई लोगों की मृत्यु हुई।
इसी दौरान गृह मंत्री बाबूलाल गौर घायलों का हालचाल पूछ ने आए। मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मरे हुए परिवार वालों को ₹2,00,000 और घायलों को ₹50,000 देने की घोषणा की। इसके बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
जाँच
जाँच के दौरान पुलिस ने पाया कि राजेन्द्र कसवा ही इस घटना का दोषी है। उसने गैर-कानूनी रूप से अपने घर में जिलिग्नाइट के छड़ को रखा था। इसी के कारण इमारत में धमाका हुआ। इस तरह के वस्तु का रहने वाले इलाके में रखना गैर-कानूनी होता है। पुलिस ने उस जगह को बंद कर दिया। खोज के दौरान कई इस तरह के छड़ और धमाके करने वाले पदार्थ प्राप्त हुए।
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite news
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