स्वामी कुवलयानन्द
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स्वामी कुवलयानन्द (30 अगस्त 1883 – 18 अप्रैल 1966) योग पर वैज्ञानिक अनुसंधान के अग्रदूत थे। उन्होने १९२० के दशक में योग पर वैज्ञानिक अनुसंधान प्रारम्भ किया और योग के अध्ययन के लिये १९२४ में 'योग मीमांसा' नामक प्रथम वैज्ञानिक जर्नल प्रकाशित किया। १९२४ में ही उन्होने कैवल्यधाम स्वास्थ्य एवं योग अनुसंधान केन्द्र की स्थापना की जहाँ योग पर उनका अधिकांश अनुसंधान सम्पन्न हुआ। आधुनिक योग पर उनका अच्छा-खासा प्रभाव है।
स्वामी कुवलयानन्द जी के प्रथम गुरु माणिकराव जी थे। स्वामी कुवलयानन्द जी ने दो यौगिक क्रियाओं उड़ियानबंध एवं नेति पर अधिक प्रयोग किये। स्वामी कुवलयानन्द जी ने प्रथम यौगिक अस्पताल की स्थपना लोनावाला में कि थी।