स्नैपडील
स्थापना | 2010[१] |
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संस्थापक | कुणाल बहल |
मुख्यालय | नई दिल्ली, भारत |
सेवित क्षेत्र | भारत |
उद्योग | अंतरजाल |
सेवाएं | ई-बाजार |
कर्मचारी | 2000+ |
नारा | बचाते रहो! |
ऐलेक्सा श्रेणी | 155 (साँचा:as of)[२] |
स्नेपडील एक भारतीय ई-बाजार कंपनी है। जिसके संस्थापक कुणाल बहल हैं। यह फरवरी 2010 में शुरू हुई।[३]
इतिहास
यह कंपनी एक प्रति दिन के खरीदी के प्रस्ताव देने वाली एक जालस्थल के रूप में फरवरी 2010 को शुरू हुई। यह सितम्बर 2011 को एक ई-बाजार वाली कंपनी के रूप में विकसित हुई।[४] इसके बाद यह भारत का सबसे अधिक सामान बेचने वाला कंपनी बन गया।[५]
स्नैपडील की स्थापना 4 फरवरी 2010 को दैनिक मामलों के मंच के रूप में की गई थी, लेकिन सितंबर 2011 में एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस में विस्तार किया गया। स्नैपडील भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन बाजारों में से एक है जो 300,000 से अधिक विक्रेताओं में 30,000,000 से अधिक उत्पादों की पेशकश करता है।
स्नैपडील को कई दौर की फंडिंग मिली है। इसने जनवरी 2011 में नेक्सस वेंचर पार्टनर्स और इंडो-यूएस वेंचर पार्टनर्स से 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पहली फंडिंग प्राप्त की। जुलाई 2011 में एक अन्य दौर में, इसने बेसेमर वेंचर पार्टनर्स और मौजूदा निवेशकों से 45 मिलियन अमेरिकी डॉलर का फंड प्राप्त किया। तीसरे दौर का वित्तपोषण यूएस $ 50 मिलियन का है और यह ईबे और अन्य मौजूदा निवेशकों से आता है।
जून २०११ में स्नैपडील नामक भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी द्वारा १५ हैंडपंप लगवा देने पर उत्तर प्रदेश, भारत के मुजफ्फरनगर जिले में स्थित शिवनगर गांव के लोगों द्वारा वोट कर अपने गांव का नाम स्नैपडील डॉट कॉम नगर रख दिया गया।[६]