आशीष नेहरा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>Goutam1962 द्वारा परिवर्तित २०:५१, १९ अगस्त २०२१ का अवतरण (+image #WPWPHI #WPWP)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
भारतीय पताका
आशीष नेहरा
भारत
आशीष नेहरा
पूरा नाम आशीष दीवान सिंह नेहरा
जन्म 29 अप्रैल, 1979
बल्लेबाज़ी का तरीक़ा दायें हाथ का बल्लेबाज
गेंदबाज़ी का तरीक़ा बायें हाथ का गेंदबाज
टेस्ट क्रिकेट एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट
मुक़ाबले 17
बनाये गये रन 77
बल्लेबाज़ी औसत 5.5
100/50 0/0
सर्वोच्च स्कोर 19
फेंकी गई गेंदें 3447
विकेट 44
गेंदबाज़ी औसत 42.41
पारी में 5 विकेट 0
मुक़ाबले में 10 विकेट 0 नहीं है
सर्वोच्च गेंदबाज़ी
कैच/स्टम्पिंग

[[]], [[]] के अनुसार
स्रोत: [१]

आशीष दीवनसिंह नेहरा (जन्म: २९ अप्रैल १९७९) एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने वर्ष १९९९ तक भारत की तरफ से अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के रूप में ये अपनी विविधता के लिए जाने जाते जाते हैं। ये अपनी गति, सटीकता, रेखा और लंबाई में चतुरता एवं गेंद को दोनों तरफ स्विंग करने की क्षमता के कारण ये जाने जाते हैं। आशीष नेहरा नई गेंद के साथ अपनी गेंदबाजी और अंतिम ओवरों पर विशेष रूप से प्रभावी रहे हैं। फिटनेस के मुद्दों के कारण वह कई बार राष्ट्रीय टीम से अनुपस्थित रहे हैं। आईपीएल में भी आशीष विशेष रूप से प्रभावी रहे हैं, जिसमें उन्होंने पांच अलग-अलग टीमों का प्रतिनिधित्व किया है। आशीष नेहरा को रवि शास्त्री ने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक कहा था जिसे आजा तक भारतीय टीम ने कभी देखा है। महेंद्र सिंह धोनी ने भी नेहरा का नाम भारत के भविष्य के गेंदबाजी कोच के रूप में करने का सुझाव दिया, जो उनके बड़े पैमाने पर अनुभव पर ध्यान रखने हुआ किया गया था।

प्रारंभिक कैरियर

नेहरा ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने की शुरुआत 1997/1998 के सीजन में अपने गृहनगर, दिल्ली से की थी

अंतर्राष्ट्रीय कैरियर

नेहरा ने 1999 में कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला और 2001 में हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपनी एकदिवसीय मैचों की शुरुआत की। नेहरा ने अपनी टेस्ट कैरियर की अच्छी शुरूआत की थी और पहले ही टेस्ट मैच में मारवन अटापट्टू को आउट कर दिया था लेकिन इस मैच में फिर कोई और विकेट लेने में नाकाम रहे थे।

घरेलू कैरियर

2009 के आईपीएल के दूसरे सीज़न में उन्होंने शानदार प्रदर्शन के साथ काफी सुर्खिया बटोरी। राष्ट्रीय टीम से बाहर होने के बाद, उन्होंने दिल्ली के लिए शानदार प्रदर्शन जारी रखा। 2013-14 में रणजी ट्रॉफी में, उन्होंने 10 ओवरों में 6/16 रन बनाकर विदर्भ को पहली पारी में एक मात्र 88 के लिए दिल्ली में रोशनारा क्लब ग्राउंड पर आउट किया।[१]

आईपीएल

2007-08 में टखने की चोट के कारण न्यू दिल्ली की घरेलू सीज़न वे खेल नहीं पाए थे लेकिन चोट से उबरने के बाद [२] नेहरा इंडियन प्रीमियर लीग में शामिल हुए और मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइजी के लिए भी खेले थे। [२] उन्होंने 7 मई 2008 को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेल के लिए मैन ऑफ द मैच जीता था। उन्होंने 2009 के सीजन दिल्ली डेयर डेविल्स के लिए खेला था। उन्होंने २०११ विश्व कप भी खेला था।

बाहरी कड़ियाँ

सन्दर्भ

लुआ त्रुटि mw.title.lua में पंक्ति 318 पर: bad argument #2 to 'title.new' (unrecognized namespace name 'Portal')।

साँचा:football squad साँचा:navbox

साँचा:asbox