माशेरब्रुम
माशेरब्रुम Masherbrum | |
---|---|
के१ (K1) | |
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। | |
उच्चतम बिंदु | |
शिखर | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
ऊँचाई | साँचा:convert लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
उदग्रता | साँचा:convert |
एकाकी अवस्थिति | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। to लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
सूचीयन | दुनिया का २२वाँ सबसे ऊँचा पर्वत |
निर्देशांक | साँचा:if empty साँचा:if empty |
भूगोल | |
स्थान | गिलगित-बल्तिस्तान, पाक अधिकृत कश्मीर |
देश | साँचा:enum |
राज्य | साँचा:enum |
राज्य/प्रांत | साँचा:enum |
जिला | साँचा:enum |
बस्ती | साँचा:enum |
मातृ श्रेणी | काराकोरम |
सीमा निर्माण | साँचा:enum |
उपविभाग | साँचा:enum |
टोपोग्राफिक नक्शा | साँचा:if empty |
चट्टान पुरातनता | साँचा:if empty |
चट्टान प्रकार | साँचा:enum |
साँचा:if empty | |
आरोहण | |
प्रथम आरोहण | १९६० में जॉर्ज अर्विन्ग बॅल और विली उनसोएल्ड द्वारा |
सरलतम मार्ग | हिमानी, बर्फ़ पर चढ़ाई |
साँचा:template otherसाँचा:main other
माशेरब्रुम पाक अधिकृत कश्मीर के बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित काराकोरम पर्वतों के माशेरब्रुम पर्वत समूह का सबसे ऊँचा पर्वत है। ७,८२१ मीटर (२५,६५९ फ़ुट) की बुलंदी के साथ यह विश्व का २२वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तान-नियंत्रित क्षेत्रों का ९वाँ सबसे ऊँचा पहाड़ है। इसे के१ (K1) भी बुलाया जाता है क्योंकि १९वीं सदी में काराकोरम शृंखला के निरिक्षण के दौरान यह पहला मापा गया पर्वत था। माशेरब्रुम समूह बाल्तोरो हिमानी से दक्षिण में स्थित है।
नाम
'माशेरब्रुम' नाम की उत्पत्ति और अर्थ को लेकर विद्वानों में बहस है। 'माशादार' का मतलब सामने से छर्रों से भरा जाने वाली बंदूक़ होता है और 'ब्रुम' का मतलब 'पर्वत'। सम्भव है यही इस नाम की जड़ रही हो। लेकिन 'माशा' का अर्थ 'उच्च महिला या रानी' भी होता है जिससे यह भी मुमकिन है कि पहाड़ के नाम का अर्थ 'पर्वतों की रानी' हो। १९६० में स्थानीय राजा के अनुसार इसका नाम संस्कृत से था और उसका अर्थ 'फ़ैसले का दिन' या 'प्रलय पर्वत' है।[२] कुछ अन्य स्रोत इसे बलती भाषा से उत्पन्न बताते हुए इसका अर्थ 'आग का पहाड़' बताते हैं।[३]
इतिहास
१८५६ में ब्रिटिश राज का थोमस मोन्टगोमरी नामक सैन्य अफ़सर काराकोरम शृंखला का निरिक्षण कर रहा था। उसने यहाँ माशेरब्रुम की बुलंद चोटी देखी और उसे 'काराकोरम-१' या 'के-१' का सरकारी नामांकन दे दिया। लेकिन स्थानीय लोगों के लिये इसका नाम 'माशेरब्रुम' ही था। १९३८ में इसे दक्षिण से चढ़ने का प्रयास किया गया जो नाक़ामयाब रहा। १९४७ में भारत विभाजन के बाद भारत-पाकिस्तान में कश्मीर को लेकर १९४८ का युद्ध छिड़ा। युद्ध-विराम के बाद इस क्षेत्र पर पाकिस्तानी क़ब्ज़ा बन गया। १९५५ और १९५७ में माशेरब्रुम पर विजय पाने के दो और पर्वतारोही प्रयास भी असफल रहे। आख़िरकर १९६० में एक अमेरिकी दस्ते के जॉर्ज अर्विन्ग बॅल और विली उनसोएल्ड इसपर दक्षिणपूर्व मार्ग से चढ़ने में सफल हुए।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ सन्दर्भ त्रुटि:
<ref>
का गलत प्रयोग;peaklist
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ The Himalayan Journal, Volume 22, Oxford University Press, 1960, ... The Rajah informed us that from Sanskrit the name Masherbrum means 'Day of Judgment' or 'Doomsday Peak'. A most excellent name, provided one is not unduly superstitious ...
- ↑ Buried in the Sky: The Extraordinary Story of the Sherpa Climbers on K2's Deadliest Day, Peter Zuckerman, Amanda Padoan, pp. 29, W.W. Norton & Company, 2012, ISBN 9780393079883, ... The Great Trigonometric Survey of India had ordered British lieutenant Thomas Montgomerie to map Kashmir ... Along with the other peaks, K1 reverted to its local name, Masherbrum, or “mountain offire” in Balti, the local language ...
- Infobox mountain using Wikidata value for highest
- Infobox mountain using Wikidata value for highest location
- Infobox mountain using Wikidata value for elevation system
- Infobox mountain using Wikidata value for isolation
- Infobox mountain using Wikidata value for isolation parent
- काराकोरम
- पाकिस्तान के पर्वत
- गिलगित-बल्तिस्तान