आरएएफ जिब्राल्टर
रॉयल एयर फ़ोर्स स्टेशन जिब्राल्टर | |
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चित्र:RAF Gibraltar crest.png | |
देश | जिब्राल्टर |
शाखा | रॉयल एयर फ़ोर्स |
प्रकार | उड़ान स्टेशन |
भूमिका | फोरवर्ड ऑपरेटिंग बेस, फोरवर्ड माउंटिंग बेस |
विशालता | लगभग 45 कार्मिक |
का भाग | ब्रिटिश सशस्त्र बल, अब ब्रिटिश फोर्सिस जिब्राल्टर के आधीन |
आधारित | जिब्राल्टर |
अन्य नाम | "जिब" "गिब" |
आदर्श वाक्य | गार्ड द गेटवे |
साँचा:ifempty | |
मार्च (सीमा रक्षा) | रॉयल एयर फ़ोर्स मार्च पास्ट |
युद्ध के समय प्रयोग | द्वितीय विश्व युद्ध: ऑपरेशन टोर्च फ़ॉल्कलैंड्स युद्ध खाड़ी युद्ध बाल्कन युद्ध सिएरा लियोन ग्रह युद्ध |
सेनापति | |
वर्तमान सेनापति | विंग कमांडर जेम्स हॉलैंड आरएएफ़ |
बिल्ला | |
स्टेशन क्रेस्ट | समुन्द्र से उठती एक चाबी |
आरएएफ जिब्राल्टर (साँचा:lang-en), पहले नॉर्थ फ्रंट (साँचा:lang-en) के नाम से भा जाना जाता था, ब्रिटिश वायुसेना रॉयल एयर फ़ोर्स का ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश जिब्राल्टर में स्थित स्टेशन है। निवर्तमान समय में कोई सैन्य हवाईजहाज़ यहाँ तैनात नहीं है परन्तु जहाज यहाँ नियमित रूप से दौरा करते रहते हैं। इसे ब्रिटिश एयरफ़ोर्स जिब्राल्टर प्रशासित करती है तथा स्टेशन प्रदेश के नागरिक हवाईअड्डे की तरह भी काम करता है। नागरिक हवाईअड्डे का नाम जिब्राल्टर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है तथा इसके यात्री टर्मिनल की इमारत और एप्रन सुविधाएँ हवाई पट्टी के उत्तर में स्थित हैं जबकि आरएएफ़ जिब्राल्टर के एप्रन और गाड़ी-अड्डा हवाई पट्टी ए दक्षिण में स्थित हैं।
स्थिति
आरएएफ जिब्राल्टर जिब्राल्टर प्रायद्वीप के उत्तरी सिरे पर स्थित है। यह स्पेन की सीमा और रॉक ऑफ़ जिब्राल्टर (जिब्राल्टर की चट्टान) के बीच में स्थित है। इसकी 6000 फीट लंबी हवाई पट्टी है जो पूर्व से पश्चिम की तरफ़ जाती है, तथा इसका एक-तिहाई हिस्सा पश्चिमी दिशा में समुन्द्र के ऊपर कृत्रिम जमीन के ऊपर बना हुआ है। यह इस बात के लिए विशेष है कि चार लेन की नागरिक सड़क इसकी हवाई पट्टी को दो भागो में बाटती है। यह सड़क स्पेन तक जाने का मुख्य मार्ग है। इसके ठीक उत्तर में निषिद्ध स्पेनिश हवाई क्षेत्र है तथा केवल एक-चौथाई मील दूर 1360 फीट ऊची चट्टान है जिसके परिणामस्वरूप पायलटों के लिए इस हवाई पट्टी पर अपने हवाई वाहन का ठीक से उतारना मुश्किल होता है।[१]
भूमिका
आरएएफ़ जिब्राल्टर की मुख्य भूमिका हवाई पट्टी को संचालित करना तथा यहाँ पर तैनात सभी आरएएफ़ कार्मिको को प्रशासनिक सहायता प्रदान करना है। हवाई क्षेत्र यूनाईटेड किंगडम के हवाई जहाजों के लिए फोरवर्ड ऑपरेटिंग अड्डे की भूमिका अदा करता है तथा भूमध्य सागर के पश्चिमी सिरे पर स्थित इसकी विशेष स्थिति के कारण सामरिक रूप से यह बहुत ही महत्वपूर्ण हवाईअड्डा है जिसका नाटो द्वारा भूमध्य और इबेरियाई प्रायद्वीपीय क्षेत्र में अपने अभ्यासों में काफ़ी प्रयोग होता है।[१]
इतिहास
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जिब्राल्टर में रॉयल नेवल एयर सर्विस ने अपने जलविमानों के लिए एक अड्डा खोला था।[२]
हवाईअड्डा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान स्थापित किया गया था। इस महायुद्ध के समय जिब्राल्टर ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण नौसेना का अड्डा था। 1939 में बन कर तैयार हुए इस अड्डे का शुरुआती उद्देश्य रॉयल नेवी के बेड़े की वायु शाखा के लिए हवाईअड्डा उप्लब्ध कराना था। हालांकि हवाई पट्टी का बाद में बे ऑफ़ जिब्राल्टर में से भूमि अधिग्रहण द्वारा विस्तार कर दिया गया था। इस कृत्रिम भूमि विस्तार में रॉक ऑफ़ जिब्राल्टर में सैन्य सुरंगों को बनाते वक्त विस्फोट द्वारा निकली चट्टानों का उपयोग किया गया। हवाई पट्टी के इस अंतिम मुख्य विस्तार के परिणामस्वरूप जिब्राल्टर में बड़े हवाई जहाज भी उतर सकते थे। उस समय हवाई पट्टी जिब्राल्टर के अश्व दौड़ ट्रैक से पूरी तरह से अभिलोपित हो गई थी। आरएएफ़ नॉर्थ फ्रंट 1942 में खुला तथा इसी समय के आसपास आरएएफ़ न्यू कैम्प भी स्थापित हुआ।[३]
हवाई पट्टी ने ऑपरेशन टोर्च के दौरान एक अहम भूमिका निभाई। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुए इस ऑपरेशन में एंग्लो-अमरीकी सेनाओं ने आपस में मिलकर फ़्रांसीसी उत्तरी अफ़्रीका पर आकर्मण किया था जिसमें फ़्रांसीसी औपनिवेशिक साम्राज्य द्वारा कब्जें में किए हुए वर्तमान समय के अल्जीरिया, ट्यूनिशिया और मोरोक्को शामिल थे।
वर्ष 1966 में स्टेशन को आधिकारिक तौर पर इसके वर्तमान आरएएफ़ जिब्राल्टर का शीर्षक प्राप्त हुआ।[३]