मुग़ल बाग़
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
मुग़ल उद्यान एक समूह हैं, उद्यान शैलियों का, जिनका उद्गम इस्लामी मुगल साम्राज्य में है। यह शैली फारसी बाग एवं तैमूरी बागों से प्रभावित है। आयताकार खाकों के बाग एक चारदीवारी से घिरे होते हैं। इसके खास लक्षण हैं, फव्वारे, झील, सरोवर, इत्यादि।
मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर या तैमूर ने इसे चारबाग]] कहा था। इस शब्द को भारत में नया अर्थ मिला, क्योंकि बाबर ने कहा था, कि भारत में, इन बागों हेतु तेज बहते स्रोत नहीं हैं, जो कि अधिकतर पर्वतों से उतरी नदियों में मिलते हैं। जब नदी दूर होती जाती है, धारा धीमी पड़ती जाती है। आगरा का रामबाग इसका प्रथम उदाहरण माना जाता है। भारत एवं पाकिस्तान (तत्कालीन भारत) में मुगल उद्यानों के अनेकों उदाहरण हैं। इनमें मध्य एशिया बागों से काफी भिन्नता है, क्योंकि यह बाग ज्यामिति की उच्च माप का नमूना हैं।
मुगल बागों के उदाहरण
भारत
- हुमायुँ का मकबरा- दिल्ली (निजा़मुद्दीन)
- ताजमहल - आगरा
- शालीमार बाग- कश्मीर
- सफदरजंग का मकबरा
- निशात बाग - कश्मीर
- यादवेन्द्र बाग - पिन्जौर
- खुसरो बाग, इलाहाबाद
पाकिस्तान
- चौबुर्जी (मुगल उद्यान का द्वार)
- लाहौर का किला
- जहाँगीर का मकबरा
- शालीमार बाग (लाहौर)