चक्रवातीय परिष्करण
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चक्रवातीय परिष्करण (cyclonic separation), किसी वायु, गैस या द्रव की धारा में कणरूप में विद्यमान पदार्थों (particulates) को विलग करने की एक विधि है जिसमें किसी फिल्टर का प्रयोग नहीं किया जाता। यह एक प्रकार का भ्रमिल विलगन (vortex separation) है। जब किसी द्रव से कणिकाओं को विलग करना होता है तब जल चक्रवात (hydrocyclone) का उपयोग किया जाता है जबकि किसी गैस में मौजूद कणरूप पदार्थों को विलग करने के लिए गैस चक्रवात का उपयोग किया जाता है। तरल और ठोस के मिश्रण को विलगित करने के लिए घूर्णन एवं गुरुत्वीय प्रभावों का उपयोग किया जाता है। चक्रवातीय परिष्करण का उपयोग किसी गैसीय धारा से द्रव के सूक्ष्म बूँदों को अलग करने के लिए भी किया जा सकता है।