११वां विश्व हिन्दी सम्मेलन
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चित्र:११वां विश्व हिन्दी सम्मेलन लोगो.png | |
अवस्था | सक्रिय |
शैली | सम्मेलन |
प्रारम्भ | साँचा:start date |
अंत | साँचा:end date |
आवृत्ति | त्रैवार्षिक |
स्थल | मॉरीशस |
स्थान |
स्वामी विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय सभा केंद्र, पाई,पोर्ट लुई, मॉरीशस |
निर्देशांक | साँचा:coord |
देश | मॉरीशस |
सक्रीय वर्ष | साँचा:age |
उद्घाटन | साँचा:start date |
संस्थापक | राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा |
पिछला | २०१५ |
अगला | २०२१ |
क्षेत्रफल | पोर्ट लुई, मॉरीशस |
क्रियाएँ | सम्मेलन |
संरक्षक | भारत सरकार |
संयोजन कर्ता | विदेश मंत्रालय (भारत) |
प्रायोजक | मॉरीशस सरकार |
जालस्थल |
vishwahindisammelan |
११वाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन १८ अगस्त से २० अगस्त २०१८ तक मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुई में आयोजित होगा। इस सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा मॉरीशस सरकार के सहयोग से होगा। इस सम्मेलन की योजना का निर्णय सितंबर २०१५ में भोपाल में आयोजित १०वें विश्व हिंदी सम्मेलन में लिया गया था।[१] इस सम्मेलन के लिए केन्द्रीय या मुख्य आयोजक विदेश मंत्रालय ही है। इस श्रृखला का पहला सम्मेलन १९७५ में नागपुर में आयोजित किया गया था। तब से, विश्व के अलग-अलग भागों में, ऐसे १० सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैंं।[२]
सम्मेलन
इस सम्मेलन का मुख्य विषय "हिंदी विश्व और भारतीय संस्कृति" है और आयोजन स्थल स्वामी विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय सभा केंद्र, पाई, मॉरीशस है। यहां हिन्दी भाषा के विकास से संबंधित कई प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। सम्मेलन के एक दिन पहले मॉरीशस में गंगा आरती का कार्यक्रम होगा। गंगा को भारतीय संस्कृति का प्रतीक माना जाता है और संसार में भारतीय लोग गंगा को मां के समान मानते हैं।[३] सम्मेलन के दौरान शाम को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और कवि सम्मेलनों का आयोजन होगा। दैनिक सम्मेलन-समाचार पत्र (सम्मेलन-समाचार), सम्मेलन-स्मारिका भी प्रकाशित किये जाएंगे। यहां हुए शैक्षिक सत्रों में हुई चर्चाओं और सुझावों के आधार पर रिपोर्ट भी प्रकाशित होगी। इस प्रकार की सभी सम्मेलन सामग्रियों को तैयार करने और प्रकाशन में विश्व हिंदी सचिवालय की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस अवसर पर भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद द्वारा "गगनांचल" का एक सम्मेलन-विशेष अंक भी निकाला जाएगा जो सम्मेलन को समर्पित होगा। पिछले सम्मेलनों के अनुसार इस बार भी सम्मेलन के दौरान भारत एवं अन्य देशों के हिंदी विद्वानों को हिंदी के क्षेत्र में उनके विशेष योगदान के लिए "विश्व हिंदी सम्मान” से सम्मानित करने की योजना है।
प्रतीक एवं जालस्थल
इस सम्मेलन के लिए विशेष रूप से एक जालस्थल भी तैयार किया गया है: https://web.archive.org/web/20180715064459/https://vishwahindisammelan.gov.in/। यहां सम्मेलन से संबंधित सभी सूचनाओं की जानकारी उपलब्ध रहती है। इस जालस्थल एवं प्रतीक चिह्न का लोकार्पण सुषमा स्वराज, विदेश मंत्री और लीला देवी दुखुन लुछूमन, शिक्षा व मानव संसाधन, तृतीयक शिक्षा एवं वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री, मॉरीशस द्वारा संयुक्त रूप से१० अप्रैल २०१८ को नई दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय के जवाहरलाल नेहरू भवन में किया गया था।[१]
सम्मेलन के लिए उपयुक्त लोगो के चयन हेतु ६० हजार रुपए की राशि के पुरस्कार के साथ मंत्रालय द्वारा एक सम्मेलन प्रतीक चिह्न रूपांकन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।[४] प्रतीक चिह्न चयन समिति के सहयोग से, सम्मेलन के लिए इस प्रतियोगिता द्वारा एक उपयुक्त प्रतीक चिह्न का चयन किया गया है।[३][१]
सम्मेलन के लिए उपयुक्त लोगो के चयन हेतु ६० हजार रुपए की राशि के पुरस्कार के साथ मंत्रालय द्वारा एक सम्मेलन प्रतीक चिह्न रूपांकन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।[४] प्रतीक चिह्न चयन समिति के सहयोग से, सम्मेलन के लिए इस प्रतियोगिता द्वारा एक उपयुक्त प्रतीक चिह्न का चयन किया गया है।[३][१]
सन्दर्भ
बाहरी सूत्र
- ११वां विश्व हिन्दी सम्मेलन का आधिकारिक जालस्थल
- स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।पर्यटन विभाग] -मॉरीशस
- पर्यटन विभाग मॉरीशस जालस्थल
- विश्व हिन्दी सचिवालय जालस्थल