सइहा ज़िला

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सइहा ज़िला
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मिज़ोरम में सइहा ज़िले की अवस्थिति
राज्य मिज़ोरम
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मुख्यालय सइहा
क्षेत्रफल साँचा:convert
जनसंख्या 56,574 (2011)
जनघनत्व साँचा:convert
शहरी जनसंख्या 25,110 (44.38%)
साक्षरता 90.01
लिंगानुपात 979
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र मिज़ोरम
विधानसभा सीटें 3
आधिकारिक जालस्थल

सइहा ज़िला भारतीय राज्य मिज़ोरम के आठ ज़िलों में से एक है। सइहा कस्बा इस ज़िले का मुख्यालय है। भारत की जनगणना २०११ के अनुसार यह मिज़ोरम का सबसे कम जनसंख्या वाला ज़िला है।[१]

इतिहास

सइहा ज़िला पहले छिमतुइपुई ज़िले का अंग था। सन् १९९८ में सइहा अलग ज़िला बना।

भूगोल

यह ज़िला उत्तर तथा उत्तर-पश्चिम में लुंगलेई ज़िले से, पश्चिम में लॉङ्गतलाई ज़िले से, दक्षिण तथा पूर्व में म्यांमार से घिरा है। ज़िले का क्षेत्रफल १३९९.९ वर्ग किमी है। सइहा कस्बा इस ज़िले का मुख्यालय है।

अर्थव्यवस्था

सन् २००६ में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार ने सइहा को देश के २५० सबसे पिछड़े ज़िलों की श्रेणी में रखा।[२] इस ज़िले को वर्तमान में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि के अन्तर्गत अनुदान मिल रहा है।[२]

प्रखण्ड

इस ज़िले में तीन ग्राम विकास खण्ड सइहा, संगाऊ तथा तुइपंग हैं। ज़िले के तीन विधानसभा क्षेत्र सइहा, संगाऊ तथा तुइपंग हैं।

जनसांख्यिकी

साँचा:bar box २०११ जनगणना के अनुसार, इस ज़िले की जनसंख्या ५६,५७४ है, जिसमे २८,५९४ पुरुष तथा २७,९८० महिलाएँ हैं।[३] इस प्रकार से इस ज़िले की जनसंख्या लगभग ग्रीनलैण्ड के बराबर है।[४] जनसंख्या के अनुसार इसका भारत के ६४० ज़िलों में ६२८वाँ स्थान है।[१] इस ज़िले की जनसंख्या सन् २००१ की तुलना में २०११ में ६१,०५६ से घटकर ५६,५७४ हो गयी।[३] इस ज़िले की २००१-११ के मध्य दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर -७.३४% रही।[३] इस ज़िले की जनसंख्या घनत्व साँचा:convert है।[३] ज़िले की लिंगानुपात दर ९७९ तथा साक्षरता दर ९०.०१% है।[३] ज़िले की ५५.६२% जनसंख्या गाँवों में तथा ४४.३८% जनसंख्या नगरों में निवास करती है।[३]

धर्म

यहाँ का प्रमुख बहुसंख्यक धर्म ईसाई है, जो कि कुल जनसंख्या का ९७.१८% है। अन्य अल्पसंख्यक धर्म हिन्दू १.६५%, मुस्लिम ०.९१%, बौद्ध ०.१८%, सिक्ख ०.०२% तथा जैन ०.०१% हैं। ०.०५% लोगों ने अपने धर्म का उल्लेख नहीं किया है।[३]

समुदाय

यहाँ का बहुसंख्यक समुदाय मारा लोगों का है, जिनका एक स्वायत्त ज़िला परिषद मारा स्वायत्त ज़िला परिषद भी है, जो दो ग्रामीण विकास खण्डों सइहा तथा तुइपंग से मिलकर बना है। वहीं संगाऊ ग्राम विकास खण्ड में लाई लोगों की बहुसंख्या है, तथा यह लाई स्वायत्त ज़िला परिषद का अंग भी है।

जीव-जन्तु तथा वनस्पति

१९९७ में यहाँ पर फौंगपुइ राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना हुई, जिसका क्षेत्रफल साँचा:convert है।[५]

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ