श्री दलदा मालीगाव
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | साँचा:br separated entries |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | साँचा:if empty |
देश | श्रीलंका |
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भौगोलिक निर्देशांक | साँचा:coord |
वास्तु विवरण | |
संस्थापक | साँचा:if empty |
निर्माण पूर्ण | 1595 |
ध्वंस | साँचा:ifempty |
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वेबसाइट | |
http://www.sridaladamaligawa.lk |
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श्री दलदा मालीगाव ( सिंहला: ශ්රී දළදා මාළිගාව) या पवित्र दंत अवशेष का मंदिर, श्रीलंका के शहर कैंडी में स्थित एक बौद्ध मंदिर है। कैंडी की पूर्व राजशाही के शाही महल परिसर में स्थित इस मंदिर में महात्मा बुद्ध के दांत रखे गये हैं। प्राचीन काल से ही इन पवित्र अवशेषों ने स्थानीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, क्योंकि यह माना जाता है कि यह अवशेष जिसके भी पास होते हैं वही इस देश पर शासन करता है। कैंडी श्रीलंका के राजाओं की अंतिम राजधानी थी और मुख्य रूप से इस मंदिर की वजह से यूनेस्को द्वारा इसे एक विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है।
मालवत्ते और असगिरिया नामक दो बौद्ध संप्रदाय के भिक्षुक इस मंदिर के भीतरी कक्ष में दैनिक रूप पूजा का आयोजन करते हैं। पूजा का आयोजन दिन में तीन बार क्रमश: सुबह, दोपहर और शाम को किया जाता है। प्रत्येक बुधवार को इन पवित्र अवशेषों को सुगंधित फूल मानुमुरा मंगलया से बने सुगंधित पानी से प्रतीकात्मक स्नान कराया जाता है। तत्पश्चात इस पवित्र जल को जिसे चंगाई की शक्तियों से युक्त माना जाता है को श्रद्धालुओं में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।
तमिल ईलम के लिबरेशन टाइगर्स द्वारा किए गये बम विस्फोटों ने इस मंदिर को 1998 में बहुत क्षति पहुँचाई थी लेकिन हर बार इसकी मरम्मत कर इसे इसका मूल स्वरूप प्रदान कर दिया गया।