श्रव्यता (hearing) ध्वनि का बोध होने की क्षमता को कहते हैं। यह वायु, जल या अन्य किसी माध्यम में ध्वनि की कम्पन को कान जैसे अंगों द्वारा भाँप लेने से सम्भव होता है। श्रव्यता के अध्ययन को श्रवणविज्ञान कहते हैं।[१][२]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Plack, C. J. (2014). The Sense of Hearing. Psychology Press Ltd. ISBN 978-1848725157.
- ↑ Lopez-Poveda, Enrique A.; Palmer, A. R. (Alan R.); Meddis, Ray. (2010). The neurophysiological bases of auditory perception. New York: Springer. ISBN 978-1-4419-5685-9. OCLC 471801201.