शहीद लतीफ
Shaheed Lateef | |
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जन्म |
11 June 1913 Chandausi, Uttar Pradesh |
मृत्यु |
16 April 1967साँचा:age) | (उम्र
व्यवसाय | film director, screenwriter, film producer |
कार्यकाल | 1941-1967 |
जीवनसाथी | Ismat Chughtai |
शहीद लतीफ़ (11 जून 1913 - 16 अप्रैल 1967) एक हिंदी फ़िल्म निर्देशक, लेखक और निर्माता थे। वह जिद्दी (1948) जैसी फ़िल्मों के निर्माता थे, जिन्होंने देव आनंद के करियर और आरज़ू (1950) के अभीनेता दिलीप कुमार और कामिनी कौशल को लॉन्च किया। प्रसिद्ध उर्दू कवि कैफ़ी आज़मी ने 1951 में उनकी फ़िल्म बुज़दिल के से गीतकार के रूप में अपने करियर का आग़ाज़ किया।
प्रारंभिक जीवन और पृष्ठभूमि
उनका जन्म चंदौसी, उत्तर प्रदेश में हुआ था और उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से तालीम हासिल की, जहां उन्होंने न सिर्फ सआदत हसन मंटो से दोस्ती की, [१] बल्कि इस्मत चुगताई (1915-1991), जो एक प्रख्यात उर्दू लेखक भी बनींं। उन्होंने 1941 में शादी की और बाद में उनकी दो बेटियां पैदा हुईं। [२]
लतीफ़ बॉम्बे (अब मुंबई) चले गये और बॉम्बे टॉकीज़ के साथ अपना करियर शुरू किया, जो हिंदी फिल्म उद्योग का एक प्रसिद्ध फिल्म स्टूडियो है, जहाँ उन्होंने अशोक कुमार- स्टारर, नया संसार (1941) के लिए संवाद लिखे, उसके बाद अमन चक्रवर्ती के अंजान (1941) ) और ज्ञान मुखर्जी की झूला (1941) के संवाद लिखे। इसके कारण ज़िद (1948) के साथ इस्मत चुगताई की कहानी पर अपने निर्देशन की शुरुआत की। इसफिल्म ने अभिनेता देव आनंद के करियर को भी स्थापित किया। [३] पति पत्नी की जोड़ी ने कई फिल्मों में साथ काम किया, जहाँ इस्मत कभी-कभी सिनेरियो-लेखक, लेखक, एक लेखक या कभी-कभी निर्माता भी बन जाती थीं।
16 अप्रैल 1967 को मुंबई, महाराष्ट्र में उनका निधन हो गया।
- जवाब अयेगा (1968) - निर्देशक
- बहरेन फ़िर भी आयेंगी (1966) - निर्देशक
- पिकनिक (1966) - निर्देशक
- सोन की चिड़िया (1958) - निर्देशक
- समाज (1955) - निर्देशक
- दरवाजा (1954) - निर्देशक
- फरेब (1953) - निर्देशक
- शीशा (1952) - निर्देशक
- बुज़दिल (1951) - निर्देशक
- आरज़ू (1950) - निर्देशक
- शिकायत (1948) - निर्देशक
- जिद्दी (1948) - निर्देशक
- अंजान (1941) - संवाद
- झूला (1941) - पटकथा लेखक, संवाद
- नया संसार (1941) - संवाद