लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु
लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 तक इस पद पर रहे और विदेश मंत्री, गृह मंत्रालय और रेलवे के रूप में भी कार्य किया।[१] 11 जनवरी 1966 को, 61 साल की उम्र में दिल का दौरा के कारण उनका निधन हो गया।[२] 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध को समाप्त करने के लिए उनके और पाकिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अयूब खान के बीच शांति वार्ता के दौरान ताशकंद, यूएसएसआर (जो अब उज्बेकिस्तान में है) में उनकी मृत्यु हो गई।[३] शास्त्री के समर्थकों और करीबी रिश्तेदारों में से कई ने समय पर इनकार कर दिया और तब से इनकार कर दिया, जब उनकी मृत्यु की परिस्थितियों पर विश्वास करना और बेईमानी से खेलना। उनकी मौत के कुछ घंटों बाद ही षड्यंत्र के सिद्धांत सामने आए। अब तक लाल बहादुर शास्त्री की मौत को सबसे बड़ी अनसुलझी मौत के रहस्य में से एक माना जाता है।[४]