राधेश्याम दीक्षित
राधेश्याम दीक्षित | |
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जन्म | उत्तर प्रदेश, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा | वाणिज्य स्नातक |
शिक्षा प्राप्त की | दिल्ली विश्वविद्यालय |
व्यवसाय | उद्यमी |
गृह स्थान | आगरा, उत्तर प्रदेश |
प्रसिद्धि कारण | आनंदा डेरी के संस्थापक एवं निदेशक |
राधेश्याम दीक्षित एक भारतीय उद्यमी है। वें आनंदा डेयरी एवं आनंदा समूह के संस्थापक और निदेशक है, जिसकी स्थापना उन्होंने 1989 में की थी।[१][२][३][४][५][६]
प्रारंभिक जीवन
वे उत्तर प्रदेश के आगरा के एक छोटे से गांव गढ़ी जहानसिंह के मूल निवासी है। इनके पिता एक किसान थें। राधेश्याम दीक्षित ने अपने पिता के साथ एक छोटी सी दुकान से दूध का कारोबार शुरू किया था। दैनिक भास्कर के एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि वो विद्यालय जाने के पहले और विद्यालय से वापस आने के बाद पिता के साथ उनके दूध के व्यवसाय में सहयोग करते थे।[१] इसके अतिरिक्त खेती की भी देखभाल करनी होती थी। दीक्षित ने कक्षा नौ से ही कारोबार शुरू कर दिया था। बाद में स्नातक की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली से की।[१]
व्यवसायिक करियर
राधेश्याम दीक्षित ने आनंदा डेरी की स्थापना की, जिसके वो वर्तमान में चेयरमैन एवं निदेशक[७] है। राधेश्याम दीक्षित ने 1989 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कंपनी का पहला दूध प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की। आनंदा डेयरी की उत्तर प्रदेश में चार फैक्ट्रियां हैं - प्रति दिन 18 लाख लीटर दूध का उत्पादन करती हैं और 5,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।[८] नंदा ब्रांड के नाम से सियाना में इनका एक कैटल फीड प्लांट भी है।[२] आनंद डेयरी दूध, क्रीम, मक्खन, घी और दही सहित 75 से अधिक डेयरी उत्पाद उपलब्ध कराती है। इनकी कंपनी के दूध के उत्पाद, घी, पनीर, रबड़ी और बटर की विदेशों में भी मांग है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड के सभी इलाकों में आनंदा के उत्पाद उपलब्ध हैं।[१]
अक्टूबर 2020 में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा राधेश्याम दीक्षित को इम्पैक्ट अवार्ड 2020 से सम्मानित किया गया।[९][२]