राजा गर्दभिल्ल
राजा गर्दभिल्ल उज्जैन के एक शक्तिशाली और पराक्रमी राजा थे। उज्जैन में उनके वंश का शासन लंबे समय तक रहा वह गर्दभिल्ल जनजाति के शासक थे । राजा गर्दभिल्ल ही गंधर्वसेन अथवा गंधर्व भिल्ल परमार है । [१]
इस जनजाति से संबंधित ओडिशा के पूर्वी भाग के क्षेत्र को गर्दभिल्ल और भील प्रदेश कहा जाता है [२] ।
इतिहास
[३] राजा गर्दभिल्ल को कलकाचर्या नामक साधु की बहन सरस्वती से प्रेम था , साधु के खिलाफ जाकर उन्होंने सरस्वती का अपहरण कर लिया , इस पर उस साधु ने स्किथी/ स्किथियन राजा से सहयोग मांगा , लेकिन राजा गर्दभिल्ल से युद्ध करने की हिम्मत उस राजा में नहीं थी [४] , तब साधु ने शकों से सहायता मांगी , शक और गर्दभिल्ल की सेना में भयानक युद्ध हुआ , और गर्दभिल्ल युद्ध हार गए , लेकिन उनके वंशज सम्राट विक्रमादित्य ने पुनः शकों को पराजित कर उज्जैन पर पुनः अधिकार कर लिया ,राजा गर्दभिल्ल भील जनजाति से संबंधित थे [५] [६]। राजा गर्धभिल्ल की कुल 7 रानिया थी जिनमें भील रानी की कोख से धन्वन्तरि , ब्राह्मणी रानी की कोख से वररुचि, बनयानी की कोख से शंकु, शूद्रा रानी की कोख से बेतालभट्ट, सतधारी नाम की रानी से वराहमिहिर पैदा हुए थे। उनकी क्षत्रिय रानी मृगनयनी थी शिवकी परमाराध्या थी नित्य भण्डारा करती थी। क्षिप्रा के जल से सूर्य को अर्घ्य देने वाली चम्पावर्णी स्त्री होने के कारण चम्पावती कहलायी थी ऐसा लिखा मिलता है [७] । राजा विक्रमादित्य की विजय से प्रभावित होकर आगे आने वाले समय में कुल 14 उपाधियों विक्रमादित्य नाम से अन्य राजाओं को दी गई ।
इन्हें देखे
संदर्भ
- ↑ समन्वयीइ साधक श्री हरिभाऊ उपाध्याय अभिनन्दन ग्रन्थ
- ↑ {{https://books.google.co.in/books?id=zcQtAQAAIAAJ&q=%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2+%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%B2&dq=%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2+%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%B2&hl=hi&sa=X&ved=0ahUKEwim3cDn3PTpAhVFXSsKHaQyDUwQ6AEIJjAA}}
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- ↑ {{https://books.google.co.in/books?id=LlqOvvJJnugC&lpg=PA73&dq=gardabhilla&hl=hi&pg=PA73#v=onepage&q=gardabhilla&f=false स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।]]
- ↑ {{https://books.google.co.in/books?id=1lI9AAAAIAAJ&q=%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2+%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%B2&dq=%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%B2+%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%B2&hl=hi&sa=X&ved=0ahUKEwirhdvs2fTpAhVUfisKHW3sAU4Q6AEIRzAF}}
- ↑ {{https://books.google.co.in/books?id=KOJ8aT3xYPoC&pg=PA63&lpg=PA63&dq=gardabhilla+tribe+vikramaditya&source=bl&ots=2B0qV_rw5T&sig=ACfU3U0uvAvQZby5gy8MuijYivaFkKBodw&hl=hi&sa=X&ved=2ahUKEwi_rM-13PTpAhUaVH0KHSAOAK8Q6AEwAnoECAMQAQ}}
- ↑ {{https://theroaddiaries.in/2019/11/01/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%BE-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%AF/6/}}