रमेशचन्द्र मजुमदार
राम चंद्र मजूमदार | |
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पद बहाल 1 जनवरी 1937 – 30 जून 1942 | |
पूर्वा धिकारी | ए। एफ। रहमान |
उत्तरा धिकारी | महमूद हसन |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शैक्षिक सम्बद्धता | कलकत्ता विश्वविद्यालय |
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अध्यापक रमेशचन्द्र मजुमदार (१८८८- १९८०) भारत के प्रसिद्ध इतिहासकार थे। वे प्रायः 'आर सी मजुमदार' नाम से अधिक प्रसिद्ध हैं। उन्होने ने प्राचीन भारत के इतिहास पर बहुत कार्य किया। उन्होने भारत की स्वाधीनता के इतिहास पर भी बहुत कुछ लिखा है। उन्होने कहा था कि 1857 का विद्रोह "न तो पहला, न ही राष्ट्रीय, न ही स्वतंत्रता संग्राम था"
1921 में वे ढाका विश्वविद्यालय में प्रोफेसर नियुक्त हुए। १९३६ से १९४२ तक वे इस विश्वविद्यालय के उपकुलपति रहे। १९५० में वे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के भारतविद्या महाविद्यालय के रेक्टर रहे। उन्होने शिकागो विश्वविद्यालय में भी शिक्षण कार्य किया। यूनेस्को के मानव इतिहास कमीशन के उपाध्यक्ष रहे। रामकृष्ण परमहंस तथा स्वामी विवेकानन्द के वे बड़े प्रशंसक थे
ऐतिहासिक व्याख्या- डॉ मजूमदार ने अपने 10 खण्डों में प्रस्तावित History & culture of the Indian People में प्रकाशित “खंडो में प्रारम्भिक काल के महमूद कर आक्रमण तक का विवरण दिया है। स्वातंत्र्योत्तर भारतीय इतिहास लेखन में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। इस पुस्तक में डॉ मजूमदार ने भारतीय इतिहास को तीन काल खंड में बांटा है। प्राचीन काल 1000 ई० तक, मध्य काल 1000 ई० से 1818 ई० तक तथा आधुनिक काल 1818 से आगे।
आप *हिस्ट्री एंड कल्चर ऑफ इंडियन पीपुल* के महासम्पदाक थे
प्रकाशन
- Set of 11 volumes from Ancient India to Freedom of India
- The Struggle for Empire
- An Advanced History of India. London, 1960. ISBN 0-333-90298-X
- भारतीय जनगनेर संस्कृति ओ इतिहास
- Ancient India ISBN 81-208-0436-8
- The sepoy Mutiny and the rebellion of 1857-1957
- भारतेर स्बाधीनता आन्दोलनेर इतिहास ISBN 0-8364-2376-3
- चम्पा ISBN 0-8364-2802-1
- Vakataka - Gupta Age Circa 200-550 A.D. ISBN 81-208-0026-5
- बांलार इतिहास ISBN 81-7646-237-3
- Main currents of Indian history ISBN 81-207-1654-X
- Classical accounts of India
- Hindu Colonies in the Far East ISBN 99910-0-001-1
- साँचा:cite book