मोतीसर
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मोतीसर राजस्थान और गुजरात का एक भारतीय समुदाय है जो लोक - कविता के लिए जाना जाता है। चारणों द्वारा उनका बहुत सम्मान किया जाता है और वह उन्हें संरक्षण प्रदान करते हैं। [१] [२] [३] [४] [५]
उद्भव
माना जाता है मोतीसर मूल रूप से झाला, खिची, परिहार और अन्य कुलों के राजपूत थे, जो आवड़ माताजी के भक्त और उपासक थे। देवी आवड़ ने इन भक्तों को काव्य सृजन करने का दिव्य उपहार दिया था। [४]
इतिहास
चारण जाति की वंशावली का सरंक्षण करने वाली जातियों में से एक मोतीसर है। वे चारणों के ऊपर प्रशंशात्मक कविताओं की रचना कर चारणों को प्रोत्साहित करते थे। [४] [६] [७]
पुराने समय में, दशहरे के बाद मोतीसर अपने घरों को छोड़ कर चारणों के गांवों का दौरा करते थे जहां उन्हें सम्मान के साथ संरक्षण प्रदान किया जाता था। उन्हें उपहार मिलेते थे और वह चार-छह महीने बाद घर लौट जाते थे। [१]
इन्हें भी देखें
संदर्भ
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