भारत में क्रिकेट
भारत में क्रिकेट, देश का सबसे लोकप्रिय खेल है। यह भारत में लगभग हर जगह खेला जाता है। भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 1983 क्रिकेट विश्वकप, 2007 आई सी सी ट्वेन्टी 20, 2011 क्रिकेट विश्व कप, 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुका है, और श्रीलंका के साथ 2002 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी साझा किया था। घरेलू प्रतियोगिताओं में रणजी ट्रॉफी, दुलीप ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, देवधर ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और एनकेपी साल्वे चैलेंजर ट्रॉफी शामिल हैं। इसके अलावा, बीसीसीआई द्वारा इंडियन प्रीमियर लीग, एक 20-ट्वेंटी क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। भारतीय क्रिकेट टीम का एम.एस. धोनी की कप्तानी के तहत सभी आईसीसी टूर्नामेंट जीतने विश्व रिकॉर्ड है।
इतिहास
1800
भारत में खेले जाने वाले प्रथम श्रेणी क्रिकेट का पहला मैच 1864 में मद्रास बनाम कलकत्ता खेला गया था। मैच से कई रिकॉर्ड मौजूद नहीं हैं, हालांकि, यह ज्ञात है कि मैन ऑफ द मैच प्रवीण चौहान बने थे। उन्होंने कलकत्ता के लिए खेला, लेकिन वह पानीपत से थे। इसके अलावा, सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक अश्विनी शर्मा थे। चौहान की तरह, वे भी पानीपत से थे।
1918 तक
भारत में क्रिकेट का संपूर्ण इतिहास और पूरे महाद्वीप ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से ब्रिटिश राज के अस्तित्व और विकास पर आधारित रहा है।
1918 से 1945 तक
भारत जून 1932 में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के एक 'कुलीन क्लब' का सदस्य बना। भारत ने अपना पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में खेला था, जिसे देखने 24,000 लोगों की विशाल भीड़ और साथ ही साथ यूनाइटेड किंगडम के राजा भी मैच देखने आये थे।[१]
1945 से 1960 तक
इस अवधि के दौरान भारतीय क्रिकेट के इतिहास में प्रमुख और परिभाषित घटना 1947 में ब्रिटिश राज से पूर्ण आजादी के बाद भारत का विभाजन था।
परिवर्तन की शुरुआत बॉम्बे क्वाड्रैंगुलर टूर्नामेंट में देखने को मिली, जोकि 50 से अधिक वर्षों से भारतीय क्रिकेट का केंद्रबिंदु रहा था। जातीय भारत के आधार पर नई भारत के पास टीमों के लिए कोई जगह नहीं थी। नतीजतन, रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय चैंपियनशिप के रूप में उभर कर आई। आखिरी बॉम्बे पेंटांगुलर, 1945-46 में हिंदुओं द्वारा जीता गया था।
भारत ने मद्रास में इंग्लैंड को एक पारी से हराकर 1952 में अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की।[१]
सन्दर्भ
- ↑ अ आ साँचा:cite web