बायबायिन लिपि
बायबायिन बादलित ᜊᜌ᜔ᜊᜌᜒᜈ᜔ ᜊᜇ᜔ᜎᜒᜆ᜔ | |
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प्रकार | आबूगीदा |
भाषाएँ | बिकोल भाषाएँ, इलोकानो, पांगसिनान, तगलोग, विसाया, अन्य फ़िलिपीनी भाषाएँ |
समय अवधि | c. 13th century—18th century[१][२] |
जनक प्रणाली | |
Sister systems |
आधुनिक सम्बन्धित लिपियाँ:
Batak Javanese Lontara Sundanese Rencong Rejang |
आईएसओ 15924 | Tglg, 370 |
दिशा | बाएँ-से-दाएँ |
यूनिकोड एलियास | Tagalog |
यूनिकोड रेंज | U+1700–U+171F |
नोट: इस पृष्ठ पर आइपीए ध्वन्यात्मक प्रतीक हो सकते हैं। |
बायबायिन (Baybayin), जो विसाया भाषाओं में बदलित (Badlit) कहलाती है, ब्राह्मी लिपि से व्युत्पन्न एक लिपि है जो फीलीपीन्ज़ में प्राचीन काल से प्रचलित थी। स्पेनियों द्वारा फिलीपीन्ज़ के उपनिवेशीकरण के बाद भी १९वीं शताब्दी के अन्तिम भाग तक इसका प्रयोग जारी रहा। इस लिपि के बारे में प्रथम उल्लेख १६वीं शताब्दी में मिलता है।[३]
आज भी कुछ फ़िलिपीनी समुदायों की भाषाएँ ब्राह्मी लिपियों पर आधारित हैं, मसलन: मिन्दोरो पर रहने वाले मांगयाई लोगों की बुहिद (Buhid) और हानुनोओ (Hanuno'o) लिपियाँ; लूज़ोन द्वीप पर पाम्पांगा, तरलाक, बातान व नुएवा एसिहा प्रान्तों में कापाम्पांगान भाषा लिखने के लिये प्रयोग होने वाली कुलितान लिपि; मध्य और उत्तरी पलावन में तगबानवा भाषाओं को लिखने के लिए प्रयोग होने वाली तगबानवा लिपि।[४][५]
अपनी प्राचीन धरोहर को सुरक्षित करने के लिए फ़िलिपीनी संसद (जो कांग्रेस कहलाती है) के दोनों कक्षों में विधेयक प्रस्तुत करे गए हैं जो बायबायिन को फ़िलिपीन्ज़ की राष्ट्र्रीय लिपि घोषित करने का प्रयास हैं। १७वीं फ़िलिपीनी कांग्रेस में सन् २०१६ में सेनेट विधेयक ४३३ प्रस्तावित करा गया जो हर व्यापारिक व सरकारी चिन्ह के नीचे बायबायिन लिपि में अनुवाद अनिवार्य करने की बात करता है और हर प्राथमिक व उच्च विद्यालय में बायबायिक सिखाने का भी आदेश देता है।[६][७][८]
चित्रदीर्घा
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite web
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- ↑ साँचा:cite book
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