बल्लभगढ़

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
साँचा:if empty
Ballabhgarh
{{{type}}}
बल्लभगढ़ रेल स्टेशन
बल्लभगढ़ रेल स्टेशन
साँचा:location map
निर्देशांक: साँचा:coord
ज़िलाफरीदाबाद ज़िला
प्रान्तहरियाणा
देशसाँचा:flag/core
जनसंख्या (2001)
 • कुल२,१४,८९४
 • घनत्वसाँचा:infobox settlement/densdisp
भाषाएँ
 • प्रचलितहरियाणवी, पंजाबी, हिन्दी
समय मण्डलIST (यूटीसी+5:30)

साँचा:template otherसाँचा:main other

बल्लभगढ़ (Ballabhgarh) भारत के हरियाणा राज्य के फरीदाबाद ज़िले में स्थित एक नगर और तहसील है।[१][२][३]

विवरण

बल्लभगढ़ हरियाणा राज्य के दक्षिण-पूर्वी भाग के फरीदाबाद ज़िले में एक शहर और तहसील का नाम है। दिल्ली से लगभग ३० किमी दूर स्थित यह शहर भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (ऍन सी आर) का हिस्सा है। बल्लभगढ़ में एक जाट रियासत थी जिसकी स्थापना सन् 1739 में बलराम सिंह ने की थी। यहाँ पर प्रसद्ध नाहर सिंह महल भी खड़ा है और इसका निर्माण भी बलराम सिंह ने ही करवाया था। गुड़गांव, फरीदाबाद और बहादुरगढ़ के बाद मेट्रो कनेक्टिविटी पाने के लिए हरियाणा में बल्लभगढ़ चौथा शहर है।[४]

बल्लभगढ़ का राष्ट्रीय संग्रामों में एक विशेष स्थान रहा है। जब महाराजा सूरजमल के पुत्र महाराजा जवाहर सिंह ने दिल्ली पर चढाई की तो उन्हे लाल किले के दरवाजे को तोडने में परेशानी हुई दरवाजे पर लगी बडी बडी कीलों से दरवाजा तोडने के लिए लगाए गए हाथियों के माथे लहु लुहान हो गए थे तब महाराजा जवाहर सिंह के मामा राजा बलराम सिंह ने स्वयं को हाथियों के माथे पर बांधने के लिए कहा जिससे लाल किले के दरवाजे तो टूट गए पर राजा बलराम सिंह शहीद हो गए परंतु उन्ही की वजह से महाराजा जवाहर सिंह ने दिल्ली फतह की। उनके मित्र सूरज मल (भरतपुर राज्य के नरेश) ने उनके पुत्रों को फिर बल्लभगढ़ की गद्दी दिलवाई। बाद में जब अफ़ग़ानिस्तान से अहमद शाह अब्दाली ने हमला किया तो बल्लभगढ़ ने उसका सख़्त विरोध किया, लेकिन ३ मार्च १७५७ को हराया गया। और भी आगे चलकर बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह (१८२३-१८५८) ने १८५७ की आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लिया और उसके लिए ब्रिटिश सरकार ने उन्हें विद्रोह कुचलने के बाद सन् १८५८ में फांसी दी।[५]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "General Knowledge Haryana: Geography, History, Culture, Polity and Economy of Haryana," Team ARSu, 2018
  2. "Haryana: Past and Present स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।," Suresh K Sharma, Mittal Publications, 2006, ISBN 9788183240468
  3. "Haryana (India, the land and the people), Suchbir Singh and D.C. Verma, National Book Trust, 2001, ISBN 9788123734859
  4. साँचा:cite web
  5. Final report on the settlement of land revenue in the Delhi District, carried on 1872-77 स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, Oswald Wood and R. Maconachie, Settlement Officer, Delhi Division, Government of India, Victoria Press, 1882, ... The last Raja, Nahar Singh, was implicated in the Mutinies of 1857 and executed, the State being confiscated. The dowager Rani spoken of has transferred her rights in the mahal of Ballabgarh, re-acquired by purchase from the Government ...