बर्मा पर जापान का अधिकार
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द्वितीय विश्वयुद्ध के समय १९४२ और १९४५ के बीच जापानी साम्राज्य ने बर्मा पर अधिकार कर लिया था। जापानियों ने बर्मा स्वतन्त्र सेना के निर्माण में सहायता की और ३० कामरेडों को प्रशिक्षण दिया जो आधुनिक सेना (तत्मादा/Tatmadaw) के संस्थापक बने। बर्मा के लोगों ने सोचा था कि जापानियों का समर्थन मिलने पर वे ब्रितानियों को बाहर खदेड़ने में सफल हो जायेंगे और बर्मा स्वतन्त्र हो जाएगा।