मुफ्त सॉफ्टवेयर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(फ्री सॉफ्टवेयर से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
मुफ्त सॉफ्टवेयर
Desktop-Linux-Mint.png
वीआईएम टेक्स्ट एडिटर, द जीआईएमपी छवि संपादक, और वीएलसी मीडिया प्लेयर।

साँचा:namespace detect

फ्री, या जीपीएल्ड, या कॉपीलेफ्टेड सौफ्टवेर पर्यायवाची शब्द हैं।

फ्री, या जीपीएल्ड, या कॉपीलेफ्टेड सौफ्टवेर

कुछ लोग कॉपीराइट का वर्णन कर कंप्यूटर प्रोग्राम को सुरक्षित इस प्रकार से कर रहे हैं कि न तो वे स्वयं उस पर कोई भी मालिकाना हक रख रहें हैं न ही कोई और व्यक्ति उनके द्वारा बनाये गये कं‍प्यूटर प्रोग्राम पर मालिकाना अधिकार रख सकता है। उदाहरणार्थ, यदि मैं कोई कं‍प्यूटर प्रोग्राम लिखूं और उसका सोर्स कोड और ऑबजेक्ट कोड में इस तरह की घोषणा तथा शर्त लगाते हुये प्रकाशित करूं कि

  • यह मैने लिखा है; और
  • इसमें मेरा कॉपीराइट है; और
  • मैं हर व्यक्ति को इस कम‍प्यूटर प्रोग्राम (सोर्सकोड और ऑबजेक्ट कोड) की कापी करने, वितरण करने, तथा संशोधन करने का अधिकार देता हूं। इसके लिये उन्हें मुझे कोई रॉयलटी नहीं देनी होगी;

पर इसकी शर्त यह है कि,

  • यदि वह व्यक्ति कम‍प्यूटर प्रोग्राम का संशोधित करके या बिना संशोधित किये वितरित करता हैं तो उसे भी सोर्सकोड और ऑबजेक्ट कोड प्रकाशित करना होगा; और
  • अन्य लोगों को वही स्वतंत्रता देनी होगी जैसी कि मैंने उसे दी है।

अब इस घोषणा और शर्त के कारण न तो मैं स्वयं न और कोई अन्य व्यक्ति इस कं‍प्यूटर प्रोग्राम के प्रयोग करने अथवा संशोधन करने हक रख सकता है। इस तरह की घोषणा के द्वारा मैने सुनिश्चित कर दिया है कि कोई अन्य व्यक्ति भी इसका प्रयोग अथवा संशोधन बिना कॉपीराइट के उल्लंघन किये कर सकता है। साधारणतय:, कॉपीराइट का अर्थ यह होता है कि कोई अन्य व्यक्ति उसका प्रयोग अथवा संशोधन उसके मालिक की अनुमति के न कर सके। यहां कॉपीराइट का प्रयोग करते हुये ठीक इसका उल्टा काम हुआ। कॉपीराइट का यदि कोई उल्टा शब्द हो सकता है तो वह है कॉपीलेफ्ट। यह एक नया शब्द है और अभी तक अंग्रेजी के शब्द कोश में नहीं आया है हालांकि कंप्यूटर शब्दकोश में यह एक प्रचलित शब्द है। जिस कं‍प्यूटर प्रोग्राम के लाईसेंस में इस तरह की घोषणा और शर्त होती है उसे कॉपीलेफ्टेड सॉफ्टवेयर कहा जाता है। इस तरह का सॉफ्टवेयर फ्री सॉफ्टवेयर, भी कहलाता है।

फ्री शब्द का प्रयोग करना रिचर्ड स्टालमेन ने शुरू किया और यह आन्दोलन भी उनका ही शुरू किया गया है। वे 1980 के दशक में मैसाचुसेट इस्टिंट्यूट ऑफ टेक्नौलोजी में पढ़ाते थे। उनके मुताबिक पहले कम‍प्यूटर प्रोग्रामर सौफ्टवेयर में कापीराइट क्लेम नहीं करते थे और बहुत आसानी से एक दूसरे को अपना प्रोग्राम दे देते थे लेकिन बाद में कमप्यूटर प्रोग्रामरों ने अपना प्रोग्राम एक दूसरे को देना बन्द कर दिया और किसी और को उनके प्रोग्राम में संशोधन करने का अधिकार भी समाप्त कर दिया। स्टालमेन को लगा कि इस तरह से कम‍प्यूटर सौफ्टवेयर कुछ खास लोगों के पास रह जायेगा और उसका सर्वांगीण विकास नहीं हो पायेगा। इसलिये उन्‍होंने अपना इन्‍स्‍टीटयूट को छोड़ कर घन्यू प्रोजेक्‍ट (GNU project), फ्री सौर्स फाउण्डेशन (Free Source Foundation) के अंतर्गत शुरू किया। इसमें उस तरह के सौफ्टवेयर लिखने शुरु किये जो कि कौपीलेफ्टेड हों।

उन्होंने इस तरह के साफ्टवेयर को फ्री-सौफ्टवेयर का नाम दिया। यह इसलिये, क्यों कि उनके मुताबिक इसमें लोगों को कम‍प्यूटर प्रोग्राम या सौफ्टवेयर को संशोधन करने की स्वतंत्रता है उनका कहना है कि फ्री को ऐसे मत सोचो जैसा फ्री बीयर में है पर ऐसे देखो जैसा कि फ्रीडम ऑफ स्पीच में है। फ्री सौर्स फाउण्डेशन की वेबसाईट के मुताबिक, उन्ही के शब्दों में 'Free software' is a matter of liberty, not price. To understand the concept, you should think of 'free' as in 'free speech', not as in 'free beer'

फ्री तथा जीपीएल्ड (GPLed) सौफ्टवेर की शर्तें

फ्री या कापीलेफटेड सौफ्टवेयर में निम्न बातें मुख्य हैं - इसमें सोर्स कोड हमेशा प्रकाशित किया जाता है इस तरह के सौफ्टवेयर के लिये कोई पैसा या रौयल्टी नहीं देनी पड़ती है पर यदि उसके सम्बन्ध में यदि आप कोई सर्विस दे रहें है तो सर्विस देने का पैसा ले सकते हैं। इस तरह के सौफ्टवेयर को कोई भी संशोधित कर सकता है इस तरह के सौफ्टवेयर को संशोधन करने के बाद प्रकाशित करने या बाटंने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप उसे बिना प्रकाशित या बाटें अपने संगठन में प्रयोग कर सकते हैं। पर यदि इस तरह के सौफ्टवेयर को बिना संशोधन किये या संशोधित करने के बाद बांटा जाता है तो उसमें वही शर्तें रहेंगीं जो कि पहले थीं यानी कि सोर्सकोड प्रकाशित करना पडेगा; अन्य लोगों को संशोधन करने की स्वतंत्रता देनी होगी; तथा सौफ्टवेयर के लिये कोई पैसा या रौयल्टी नहीं ली जा सकती है।

स्टालमेन ने कुछ वकीलों की मदद से जनरल पब्लिक लाइसेंस (General Public License) (GPL) लिखा, जिसमें इस तरह की घोषणा एवं शर्त है जो किसी भी साफटवेयर को कौपीलेफ्ट करता है। इसलिये इस तरह के सौफ्टवेर को जीपीएल्ड (GPLed) सौफ्टवेर भी कहा जता है। यानि कि फ्री सौफ्टवेर या कौपीलेफ्टेड सौफ्टवेर या गीपीएल्ड सौफ्टवेर एक ही तरह के सौफ्टवेर के पर्यायवाची शब्द हैं।