प्रहेति
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
प्रहेति महर्षि कश्यप और दक्षपुत्री सुरसा का पुत्र तथा हेति का भाई था।
जन्म
महर्षि कश्यप ने एक दिन अपनी पत्नी सुरसा से वर मांगने को कहा तो सुरसा ने ऐसे पुत्रों की मांग की जो देवताओं से भी ज्ञानी तथा बलशाली हों महर्षि कश्यप ने उसे वरदान दे दिया। समय आने पर सुरसा के गर्भ से दो पुत्रों का जन्म हुआ जो दिखने में भयानक थे लेकिन वे ज्ञानी और विद्वान थे।
शिक्षा
प्रहेति की शिक्षा सुरसा ने ही शुरू की थी उसने ऐसी शिक्षा ग्रहण की कि वह एक बहुत बड़ा विद्वान बन गया था। बचपन से ही उसे राजनीति में कोई रुचि नहीं थी।