प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी | |
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चुनाव-क्षेत्र | रामपुर खास,प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश |
जन्म | साँचा:br separated entries |
राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
निवास | संग्रामगढ़,लालगंज |
धर्म | हिन्दू |
साँचा:center | |
As of 29 अगस्त, 2012 Source: [२] |
प्रमोद तिवारी (जन्म: १६ जुलाई,१९५१) एक भारतीय कांग्रेसी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद थे उत्तर प्रदेश में स्थित प्रतापगढ़ जनपद के रामपुर खास चुनाव क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रमोद तिवारी का जन्म 16 जुलाई 1951 में हुआ। प्रमोद तिवारी की एजुकेशनल क्वॉलिफिकेशन बीएससी और एलएलबी है।
राजनैतिक करियर
रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र के लिए अब तक हुए 12 चुनावों में 10 बार कांग्रेस प्रमोद तिवारी का कब्जा रहा है। वर्ष 1980 में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने इस सीट पर पहली बार जीत का झंडा गाढ़ा तो उसके बाद कांग्रेस ने आज तक किसी दल को खाता नहीं खोलने दिया। इससे पहले दो बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में तेजभान सिंह निर्वाचित हुएथे।
लगातार आठ चुनाव जीतकर रिकार्ड बनाने वाले प्रमोद तिवारी को घेरने के लिए वर्ष 2007 में समाजवादी पार्टी ने विज्ञात सिंह को रामपुर खास से चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन प्रमोद ने उन्हें 30 हजार से ज्यादा मतों से हराया।[१]
प्रमोद तिवारी रामपुर खास सीट से 9 बार लगातार जीत चुके हैं। प्रमोद तिवारी इस सीट से पहली बार 1980 में जीते थे। प्रमोद तिवारी 1984 से 1989 के बीच 2 बार राज्य मंत्री बने। प्रमोद प्रतापगढ़ में कई कॉलेजों के अध्यक्ष हैं। प्रतापगढ़ की रामपुरखास सीट से लगातार नौ विधानसभा चुनाव जीतकर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराने वाले प्रमोद तिवारी पिछले दो दशक से कांग्रेस विधायक दल के नेता रहे हैं।[२][३][४]
वर्तमान में वें राज्यसभा सदस्य हैं।
विश्व रिकॉर्ड
रामपुर खास से प्रमोद तिवारी लगातार ९ बार चुनाव जीत चुके हैं। इनका नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। एक दल, एक क्षेत्र और एक चुनाव चिह्न के साथ नौ बार जीतने का रिकार्ड। वैसे नौ बार जीतने का रिकार्ड भाजपा नेता ऊदल के नाम भी है, लेकिन वे लगातार नहीं जीते थे।
राजनीतिक विद्वेष
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में दो दिन पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की रैली के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ता की पिटाई के आरोप में नामजद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी ने बुधवार को कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक विद्वेष के तहत की गई है।
प्रमोद तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि जो युवक सुरक्षा घेरा तोड़कर राहुल गांधी को काले झंडे दिखाने पहुंचे थे उनके खिलाफ सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की, उलटे दो केंद्रीय मंत्रियों सहित कांग्रेस के चार नेताओं के खिलाफ ऐसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया जैसे कि वे पेशेवर और खूंखार अपराधी हों। तिवारी ने यह भी कहा कि इससे मालूम होता है कि यह कार्रवाई सुनियोजित एवं राजनीतिक विद्वेष के तहत की गई है।
उल्लेखनीय है कि सपा से जुड़े युवा नेता की शिकायत पर इलाहाबाद के झूसी थाने में १७ नवम्बर २०११ रात प्रमोद तिवारी के अलावा केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, आर.पी.एन. सिंह व विधायक नसीब पठान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- प्रमोद तिवारी विधान सभा चुनाव 2012 (नवभारत टाइम्स)
- प्रमोद तिवारी